प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 जनवरी को आंध्र प्रदेश और ओडिशा का दौरा करेंगे। इस दौरान वे 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई परियोजनाओं का शुभारंभ, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। ये परियोजनाएं मुख्य रूप से नवीकरणीय ऊर्जा, औद्योगिक विकास और बुनियादी ढांचे पर केंद्रित होंगी।
प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में पुडीमडका में एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के ग्रीन हाइड्रोजन हब प्रोजेक्ट की नींव रखेंगे। 1.85 लाख करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट 20 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता विकसित करेगा और प्रतिदिन 1,500 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा। साथ ही, ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन यूरिया और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल जैसे उत्पाद भी बनाए जाएंगे।
यह पहल राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत है जिसका उद्देश्य 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करना और इस क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री रेलवे और सड़क परियोजनाओं का भी लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे, जिनकी कुल लागत 19,500 करोड़ रुपये है। इनमें विशाखापत्तनम में दक्षिण कोस्ट रेलवे मुख्यालय की शुरुआत शामिल है। ये परियोजनाएं क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करेंगी। तिरुपति जिले में, चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक कॉरिडोर परियोजना के तहत एक ग्रीनफील्ड औद्योगिक स्मार्ट सिटी बनाई जाएगी। इससे 10,500 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने और लगभग 1 लाख नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।
वहीं 9 जनवरी को, प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम ओडिशा सरकार के सहयोग से आयोजित होगा और इसका विषय “विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान” रखा गया है। 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ चर्चा और सहयोग करेंगे।
प्रधानमंत्री प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना के तहत प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस नामक एक टूरिस्ट ट्रेन को भी वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे। यह ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और भारत के प्रमुख सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों का दौरा करेगी।