कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि 𝟏𝟗 से 𝟐𝟓 दिसम्बर तक ”सुशासन_सप्ताह” मनाया जा रहा है। इस दौरान जिले की सभी ग्राम पंचायतों, नगरीय क्षेत्रों में विशेष सुनवाई की जाएगी और विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को लाभ दिया जाना सुनिश्चित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
इसी क्रम में मत्स्य विभाग के अंतर्गत केन्द्र प्रवर्तित नील क्रांति योजना में मत्स्य पालन के लिए निर्मित तालाब जिनमें निर्माण के 5 वर्ष के बाद आवश्यक सुधार कर मत्स्य पालन के लिए मत्स्य किसानों को तालाबों को सुदढ़ीकरण कर मत्स्य पालन के लिए उपयुक्त योजना लागू की गई है।
तालाबों का सुदढ़ीकरण योजना में इकाई लागत 3 लाख 50 हजार प्रति हैक्टेयर के मान से 50 प्रतिशत अधिकतम जो भी कम हो अनुदान देय होगा। योजना में एक हितग्राही को अधिकतम 7 हैक्टेयर जल क्षेत्र के लिए पात्रता होगी।
मत्स्य अधिकारी ने बताया कि सभी वर्ग के मत्स्य कृषक योजना में पात्र होंगे। कृषक के भूमि के संबंध में सभी दस्तावेज जैसे पट्टा, नक्शा, खसरा आदि होना अनिवार्य होगा। तालाब निर्माण के 5 वर्ष के उपरांत ही सुदढ़ीकरण कार्य के लिए अनुदान लिया जाएगा। कृषक को योजना का लाभ लेने के लिए मत्स्य पालन का ज्ञान होना आवश्यक है। कृषकों को 5 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। योजना का कार्य क्षेत्र संपूर्ण मध्यप्रदेश है।