गुरुवार को रखा जाएगा विजया एकादशी व्रत
फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार विजया एकादशी व्रत गुरुवार, 16 फरवरी को रखा जा रहा है। धार्मिक ग्रंथों में विजया एकादशी के व्रत की बड़ी महिमा बताई गई है। इसे करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं अगर आप शत्रुओं से परेशान हैं तो आपको विधिवत विजया एकादशी का व्रत रखना चाहिए। इससे शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने की शक्ति मिलती है। भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं इस व्रत का महत्व युधिष्ठिर को बताया था, इसके बाद ही पाण्डवों ने कौरवों पर विजय प्राप्त की थी। आइये आपको इस व्रत के नियम, शुभ मुहूर्त, पारण का समय आदि के बारे में बता दें।
विजया एकादशी कथा के अनुसार त्रेता युग में जब भगवान श्रीराम लंका पर चढ़ाई करने के लिए समुद्र तट पर पहुंचे, तब राम ने समुद्र देवता से मार्ग देने की प्रार्थना की परन्तु समुद्र देव ने भगवान राम को लंका जाने का मार्ग नहीं दिया। तब भगवान राम ने एक मुनि की आज्ञा के अनुसार विजय एकादशी का व्रत विधि पूर्वक किया, और तब जाकर समुद्र ने मार्ग प्रदान किया। इसके साथ ही विजया एकादशी का व्रत रावण पर विजय प्रदान कराने में भी सहायक सिद्ध हुआ। तभी से इस तिथि को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है।