नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम ने शुक्रवार देर रात जबलपुर में छापा मारा था। टीम यहां Terror funding मामलों पर आरोपित अब्दुल रज्जाक के साथी मकसूद कबाड़ी और आहद उल्ला उस्मानी अधिवक्ता के घर पहुंची थी। NIA टीम के साथ स्थानीय पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। टीम अब तक करीब 10 स्थानों पर एक साथ छापा मारकर कार्रवाई करने में जुटी रही। करीब 100 से ज्यादा लोग संदेह के घेरे में आए हैं। कई लोगों को उठाकर अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। कल देर रात शुरू हुई कार्रवाई करीब 12 घंटे तक चली। पूछताछ के बाद मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद बिलाल को छोड़ दिया गया।
सिमी से जुड़े संदिग्धों का केस लड़ चुका नईम
एनआइए की टीम वरिष्ठ अधिवक्ता आहद उल्ला उस्मानी, उसके भाई अमान उल्ला उस्मानी और अमान के बेटे अरहम, सिविल लाइन निवासी शाहनवाज खान, नईम खान, कसूद कबाड़ी के परिवार के मामूर समेत एक अन्य को गिरफ्तार कर ले गई है। सुप्रीम प्लाजा अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया नईम खान सिमी संगठन से जुड़े संदिग्ध लोगों का केस लड़ चुका है।
जेल में बंद रज्जाक के करीब एडवोकेट ए उस्मानी, घंटाघर तैयबअली मार्ग स्थित डा. रजा कंपाउंड निवासी कासिम, सिविल लाइन स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाले लकी के ठिकानों पर एनआइए के अधिकारी शुक्रवार रात से ही डटे रहे। शनिवार की सुबह भी बड़ी संख्या में पुलिस बल और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। घंटाघर से मार्ग को सील करके एनआइए की टीम कार्रवाई करती रही।
आतंकी फंडिंग व राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामले में जिला पुलिस बल के अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं। इस मामले में हवाला कारोबार का भी पता चला है। आतंकी फंडिंग का पैसा हवाला के जरिए जबलपुर तक पहुंचता था।
बड़ी ओमती क्षेत्र को पुलिस ने सील कर दिया था। ओमती और गोहलपुर, सिविल लाइंस में केंद्रीय दल ने कार्रवाई की गई। प्रदेश में एनआइए की पूर्व में हुई कार्रवाइयों से मिले इनपुट के आधार पर दल ने छापे मारे थे। जांच दल को मौके से आपत्तिजनक साहित्य और हथियार मिले। भोपाल और दिल्ली से आई टीम न्यायालय से सर्च वारंट लेकर पहुंची थी।
छोटी ओमती निवासी अधिवक्ता आहद उल्ला उस्मानी के घर जब टीम पहुंची थी तो उस्मानी के बेटे ने केंद्रीय दल को देखकर दरवाजे बंद कर लिए। टीम ने दरवाजा तोड़ने, काटने की तैयारी कर ली थी। काफी मशक्कत के बाद भीतर से दरवाजा खोला। पुलिस टीम को शुक्रवार की सुबह बड़ी कार्रवाई की सूचना प्राप्त हो गई थी। पुलिस टीम को सिर्फ यह बताया गया था कि कोई बड़ी कार्रवाई होने वाली है।