नयी दिल्ली/वाशिंगटन, भारतीय रेलवे और यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने जलवायु परिवर्तन से निपटने और 2030 तक भारतीय रेलवे के शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। यूएसएआईडी की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस एमओयू के तहत, नेट-शून्य लक्ष्य के अनुरूप, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों की तैनाती में तेजी लाने के लिए दोनों भागीदारों की सामूहिक विशेषज्ञता, संसाधनों और नवाचार का लाभ उठाया जायेगा। यूएसएआईडी और भारतीय रेलवे का लक्ष्य मिलकर ऐसे टिकाऊ समाधान विकसित करना है जो ऊर्जा दक्षता को बढ़ाएं, कार्बन फुटप्रिंट को कम करें और रेलवे परिचालन के लिए एक हरित भविष्य सुनिश्चित करें।बयान में कहा गया है कि यूएसएआईडी और भारतीय रेलवे के बीच दीर्घकालिक साझेदारी है जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने और टिकाऊ प्रथाओं को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है। इस साझेदारी में पूरे भारत में लगभग 1,000 रेलवे स्टेशनों पर सौर पैनल और ऊर्जा-कुशल प्रकाश व्यवस्था और उपकरणों की स्थापना शामिल है। अमेरिका और भारत किफायती और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों की ओर बदलाव कर रहे हैं जो आर्थिक विकास और जलवायु-लचीले निवेश को बढ़ावा देने के साथ ही स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के हिमायती हैं। एमओयू इस मजबूत जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को और मजबूत करता है, जो राष्ट्रीय और वैश्विक जलवायु लक्ष्यों में योगदान देता है।