दमोह। तेंदूखेड़ा का पौड़ी जलाशय मंगलवार की सुबह पांच बजे फूट गया जिसमें दो गांवों में मकान, खेत खलियां के साथ घर गृहस्थी का सामान भी डूब गया। बचाव दल के साथ पुलिस प्रशासन पहले ही मौके पर पहुंच गया था इसलिये जनहानि नहीं हो पाई। अधिकारियों ने लोगों को निकालकर दूसरी जगह भेज दिया था। मंगलवार सुबह तालाब फूटा तो मोके पर मौजूद अधिकारी पुलिस कर्मी भी पानी के तेज बहाव को देखकर दंग रह गए।
पौड़ी के ग्रामीणों को तालाब के पास सुराग दिखा था
सोमवार को ज़ब ग्राम पौड़ी के लोग तालाब के पास पहुँचे तो उसमें सुराग दिखा जिसकी सूचना जल संसाधन विभाग को दी गई जल संसाधन विभाग के साथ तहसीलदार मोनिका वाघमारे और सोमवार के दिनभर, थाना प्रभारी श्याम बेन मौके पर उपस्थित रहते हुए उन्होंने पहले सुराग को बन्द करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। उसके बाद तेंदूखेड़ा तहसीलदार मोनिका बाघमारे ने मामले से दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल को अवगत कराया। उनके निर्देश पर देर रात पुलिस प्रशासन ने ग्रामों को खाली करवाना शुरू किया और तालाब फूटने के पूर्व दो ग्रामों को खाली कराया गया।
सात से आठ फीट डूबे घर
ग्राम पौड़ी और जेतगढ़ में बने घर सात से आठ फीट पानी मे डूब गए। मात्र दो से तीन फीट ही मकान पानी से बाहर दिखाई देते रहे जबकि खेत खलियान और किसानों की सामग्री सभी डूब गई। तेंदूखेड़ा एस डी एम अबिनाश रावत, तेंदूखेड़ा तहसीलदार मोनिका वाघमारे, जनपद सीईओ मनीष बागरी, तारादेही थाना प्रभारी श्याम बेन, जवेरा टीआइ इंद्रा सीग, इमलिया चौकी प्रभारी आनद अहिरवाल जिले से एस डी आर एफ की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम रात्रि में ही मौके पर पहुंच गई थी।
इसलिए ग्राम पौड़ी और जेतगढ़ को खाली कराया गया
तहसीलदार मोनिका बाघमारे ने बताया कि तालाब में सुराग की सूचना मिली जिस पर तहसीलदार जल संसाधन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंची थी सुराग से पानी का बहाव कम नहीं हुआ इसलिए दमोह कलेक्टर के निर्देश पर ग्राम पौड़ी और जेतगढ़ को खाली कराया गया। ग्रामीणों को उनके रिश्तेदार तारादेही स्कूल और अन्य सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है पुलिस प्रशासन सुरक्षा में लगे हुए। इस संबंध में कलेक्टर मयंक अग्रवाल का कहना है कि प्रसासनिक स्तर पर सभी प्रकार की तैयारियां करते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।