मर्यादा में बंधे पुलिस कर्मी मांग-पत्र भी नहीं देते, उनकी तकलीफें देखकर बढ़ाईं सुविधाएं : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
भोपाल, 29 जुलाई| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि अनुशासन के दायरे में रहने और मर्यादा में बंधे रहने के कारण पुलिसकर्मी अपनी समस्याओं से अवगत नहीं करवाते, न ही कोई मांग-पत्र आदि देते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री जी की शहडोल यात्रा के समय उन्होंने मैदानी पुलिस बल के सदस्यों से चर्चा में उनकी समस्याएं पूछीं तो वे मौन रहे, लेकिन फील्ड में पुलिसकर्मियों की समस्याएं देखने को मिलती हैं। ऐसे में पुलिस जवानों की सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की प्रमुख घोषणाएं
1. सभी पुलिस थानों में पदस्थ आरक्षक से उप-निरीक्षक स्तर तक के ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों को जिनके पास शासकीय वाहन नहीं है, उन्हें 15 लीटर पेट्रोल-भत्ता प्रतिमाह दिया जायेगा।
2. पुलिसकर्मियों का पौष्टिक आहार भत्ता एक हजार रूपए प्रतिमाह किया जायेगा।
3. आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक का वर्दी भत्ता प्रतिवर्ष 5 हजार रूपए किया जायेगा।
4. राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को पंचम वेतनमान दिया जायेगा।
5. नि:शुल्क भोजन भत्ते की दर 100 रूपए प्रतिदिन की जायेगी।
6. 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुलिसकर्मियों का नि:शुल्क मेडिकल चेकअप किया जायेगा।
7. सभी पुलिसकर्मियों के लिए रोटेशन से साप्ताहिक अवकाश सुनिश्चित किया जायेगा।
8. पुलिसकर्मियों के लिए 25 हजार नये आवास बनाये जायेंगे।
9. विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) के जवानों के लिए एक हजार रुपये भत्ता राशि स्वीकृत होगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आज समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास में उनसे मिलने पहुंचे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों सहित पुलिस बल के मैदानी अमले को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा प्रदेश के पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के हित में की गई महत्वपूर्ण घोषणाओं के लिए पुलिस-बल ने आज मुख्यमंत्री निवास पहुँचकर उनका आभार व्यक्त किया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस-बल के कल्याण की महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उप पुलिस अधीक्षक, पुलिस निरीक्षक, कंपनी कंमाडर, उप निरीक्षक और आरक्षकों ने पुष्प-गुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का आभार व्यक्त किया। पुलिस कमिश्नर श्री हरि नारायणचारी मिश्रा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित निरीक्षक, उप निरीक्षक, आरक्षक उपस्थित थे।
बच्चों को बनाया अतिथि
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिसकर्मियों के दो बच्चों को भी मंच पर बिठाया और उन्हें प्यार-दुलार किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस कर्मियों के कक्षा पांचवी में पढ़ने वाले दो बच्चों अव्यान शुक्ला और युवान ठाकुर को मंच पर अतिथियों की तरह साथ बिठाया। दोनों बच्चे काफी देर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बातें करते रहे।
परिवार के भाव से कर रहे सरकार का संचालन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि “आपकी प्रसन्नता देखकर मैं भी प्रसन्न हूं। एक परिवार के भाव से सरकार का संचालन करने में मेरा विश्वास है।” मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश के परिवार का हिस्सा पुलिस परिवार है। मेरी कोशिश है कि फील्ड की दिक्कतें समझूं। ये फैसले सिर्फ पुलिसकर्मियों के हित में ही नहीं बल्कि प्रदेश के हित में हैं। अच्छी सुविधाएं प्राप्त कर पुलिसकर्मी अधिक निष्ठा से सेवाएं देंगे। मध्यप्रदेश को पुलिसिंग में भी सर्वश्रेष्ठ बनाएंगे। पुलिस बल से संवाद का यह क्रम आगे भी चलेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बढ़ाया मनोबल
डीसीपी भोपाल विनीत कपूर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा की घोषणाएं पुलिस कर्मचारियों के कल्याण से जुड़ी हैं। पोषण-आहार, वर्दी-भत्ता, पेट्रोल-भत्ता जैसे लाभ पूर्व में नहीं मिले। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पुलिस बल से रूबरू होकर उनकी तकलीफों के बारे में चर्चा करते हैं। अनुशासन में रहने के कारण पुलिसकर्मी प्रायः अपनी समस्याएं नहीं बताते। लेकिन मुख्यमंत्री जी द्वारा पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने का यह महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस बल बेहतर सेवाएं दे पाएगा। एडिशनल डीसीपी संदीप दीक्षित ने कहा कि पांचवें वेतनमान सहित अन्य कल्याणकारी घोषणाएं पुलिस के हित में हैं। राज्य पुलिस सेवा की यह बहुप्रतिक्षित मांग थी। हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के प्रति धन्यवाद व्यक्त करते हैं।
टी. आई. हेमंत श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व में पेट्रोल-भत्ता प्राप्त नहीं होता था। अब इसका प्रावधान किया गया है जो उपयोगी रहेगा। शहरी क्षेत्र में कॉलोनियों के विकास से कार्य-क्षेत्र में वृद्धि हुई है। पेट्रोल भत्ता मिल जाने से कार्य में आसानी होगी। मुख्यमंत्री जी ने यह महत्वपूर्ण सौगात दी है। इंस्पेक्टर आकांक्षा शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घोषणाओं से पुलिस परिवार में प्रसन्नता का वातावरण है।
आरक्षक संजू शर्मा ने कहा कि पुलिस के इतिहास में यह दिन अहम है। अच्छी वर्दी पहनने का सभी को शौक होता है। हमें वीकली ऑफ भी प्राप्त होगा और 5 हजार रुपये वर्दी-भत्ता मिलने से आसानी होगी। इसके पहले वर्दी-भत्ता 24 सौ रुपये था। वरिष्ठ निरीक्षक एन.एस. चौहान ने कहा कि चिकित्सकीय परीक्षण सुविधा से मैदानी क्षेत्र में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को अपना स्वास्थ्य ठीक रखने में आसानी होगी। यह महत्वपूर्ण निर्णय है। एसएएफ के जवान दीपक रजक ने कहा कि कई बार विषम परिस्थितियों में ड्यूटी करनी होती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने हमारी मनोदशा समझी और विशेष सशस्त्र बल का भत्ता एक हजार रुपये स्वीकृत किया। कंपनी कमांडर भोजराज पटेल ने कहा कि पौष्टिक आहार के लिए राशि बढ़ाई गई है। इस निर्णय से पुलिसकर्मी गौरवान्वित हैं। इस अवसर पर अनेक पुलिसकर्मियों के परिजन भी आभार-प्रदर्शन के लिए पहुंचे और सरकार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।