क्या आपने कभी सोचा है कि जिस बिस्तर पर हम रोज सोते हैं उसकी चादर भी आपके सेहत को खराब कर सकती है। आपको पता है कि लंबे समय से बेड पर बिछी चादर आपको कई तरीके से नुकसान पहुंचा सकती है। दरअसल, गंदे बेडशीट पर हजारों डेड स्किन सेल्स, धूल, तेल आदि जम जाते हैं जो संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
कई लोग ऐसे भी होते हैं जो एक बार चादर बिछाने के बाद कई हफ्तों तक उसे नहीं बदलते। और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बिस्तर पर बैठ कर खाना भी खा लेते हैं, कंघी भी कर लेते हैं,सब्जी भी काट लेते हैं, और जाने रोजाना के कितने ही काम कर लेते हैं । जिससे बेडशीट पर कितने ही कीटाणु आ जाते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कितने दिन पर चादर को बदलना चाहिए जिससे आप बीमारियों से दूर रह सकें।
कितने दिन पर बदलें चादर
एक सप्ताह से ज्यादा चादर नहीं बिछाकर रखना चाहिए और सोने से पहले चादर को अच्छे से झाड़ भी लेना चाहिए। इसके अलावा बेड पर खाना नहीं खाना चाहिए और आप जब भी बाहर से आएं तो अच्छे से हाथ पैर साफ करके ही बेड पर बैठें।वहीं, जो लोग अस्थमा के मरीज हैं उन्हें तो खास तौर से हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए।जिन लोगों को पसीना बहुत आता है उन्हें तो 3 से 4 दिन पर ही चादर बदल देनी चाहिए।
चादर ना बदलने के नुकसान
-अगर आप एक सप्ताह से ज्यादा चादर बिछाकर रखते हैं तो फिर आपको बैक्टीरिया, फंगस, जर्म की चपेट में आसानी से आ सकते हैं।
-आपको एग्जिमा, स्लीप एप्निया का भी सामना करना पड़ सकता है। इसकी वजह से स्टफी नोज, छींक, खर्राटे का भी सामना करना पड़ता है।
-इसलिए आप सप्ताह में एकबार गरम पानी में डिटर्जेंट डालकर चादर को कुछ देर भिगो दीजिए इससे बाद हाथ से अच्छे से रगड़कर चादर साफ कर लीजिए।