आम तौर पर लोगों को लगता है कि जितना ज्याद फल खाएं, उतना ही सेहत के लिए अच्छा होगा. इसमें कोई दो राय नहीं कि फल खाना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद होता है। लेकिन ज्यादा सेवन से वजन बढ़ने जैसी कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं। हाल ही में हुए शोध के मुताबिक फलों में पाए जाने वाला फ्रक्टोज मोटापा बढ़ने का कारण बन सकता है। फिलोसॉफिकल ट्रांसेक्शन ऑफ द रॉयल सोसाइटी द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक फ्रक्टोज लेने से शरीर एनर्जी को इस्तेमाल करने के बजाय उसे स्टोर कर लेती है, जिससे शरीर में फैट की मात्रा बढ़ सकती है।
नुकसान कर सकता है फ्रक्टोज
फलों में नैचुरल शुगर होता है, जिसे फ्रक्टोज कहा जाता है। इसे खाना कई बार सेहत के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है। हाल ही में हुए शोध के मुताबिक फलों में पाए जाने वाला फ्रक्टोज मोटापे और कैलोरी के बढ़ने का कारण बन सकता है। स्टडी के मुताबिक अगर कम मात्रा में फ्रक्टोज लिया जाए, तो ये सेहत के लिए हेल्दी होता है। फलों में नैचुरल शुगर के साथ ही काफी मात्रा में फाइबर भी होता है। ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन अगर नैचुरल शुगर ज्यादा हो जाए, तो ये शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
क्या होगा नुकसान?
हाई फ्रक्टोज और हाई कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों को खाने से लिवर पर दबाव पड़ता है। साथ ही जो कैलोरी अवशोषित नहीं हुई, वो फैट में तब्दील हो जाती है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में फलों के सेवन से इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ता है। वैज्ञानिकों की मानें तो फ्रक्टोज का अधिक सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट से जुड़ी बीमारियां और कैंसर होने का भी खतरा रहता है।
किनमें होता है फ्रक्टोस?
अंगूर, सेब, केले आदि में फ्रक्टोज की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। इसलिए इन फलों को सीमित मात्रा में ही खाएं।वहीं, मेपल सिरप, शहद और कॉर्न सिरप में भी फ्रक्टोज पाया जाता है। इनके ज्यादा सेवन से भी बचना चाहिए। ध्यान रखें कि ज्यादा मात्रा में अच्छी से अच्छी चीज भी नुकसानदेह होती है। फलों के मामले में भी ये नियम सटीक बैठता है।