भोपाल। शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के उत्कृष्ट शिक्षकों को दिए जाने वाले राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए सभी जिलों से कुल 54 शिक्षकों का चयन कर लिया गया है। इन शिक्षकों के कार्यों की प्रस्तुति देखने के साथ साक्षात्कार लिया जा रहा है। इनमें से करीब 25 शिक्षकों को पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। इन चयनित शिक्षकों को पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। विशेष बात यह है कि पुरस्कार के लिए साक्षात्कार के स्तर तक पहुंचे शिक्षकों में अधिक छोटे जिलों के शिक्षक हैं। राजधानी जिले भोपाल और बड़े जिले एक भी जबलपुर से एक भी शिक्षक का नाम शामिल नहीं है।
प्रदेश में 10 वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा हो या पांचवीं व आठवीं का वार्षिक परिणाम, सभी में छोटे जिले टाप पर रहे हैं। यहां तक कि स्कूलों की ग्रेडिंग में भी छोटे जिलों ने बाजी मारी। अब राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार में भी बड़े जिले पीछे रह गए है। स्कूल शिक्षा विभाग ने ने पहली से 12 वीं तक के अपने स्कूलों में नवाचार करने वाले शिक्षकों से आवेदन मांगे थे। सभी जिलों से छह-छह शिक्षकों के नाम शामिल थे। 300 से अधिक शिक्षकों के नामों में से बेहतर कार्य के आधार पर 54 शिक्षकों का चयन किया जाएगा।
तीन दिनों तक नवाचार पर प्रजेंटेशन
17 से 19 अगस्त तक चयनित शिक्षकों को नवाचार पर प्रजेंटेशन और साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। इसमें शिक्षकों को 10 मिनट का पावर परइंट प्रेजेंटेशन लिया गया। इसके बाद चयनित शिक्षकों का संभागवार भी साक्षात्कार भी लिया जाएगा।
पुरस्कार की दौड़ में इन जिलों के शिक्षक शामिल
इसमें सीहोर, रायसेन, राजगढ़, अशोकनगर, मुरैना, भिंड, हरदा, बैतूल, खंडवा, छिंदवाड़, दमोह, पन्ना,शहडोल, अनुपपूर, उमरिया, आगर-मालवा, मंदसौर, शाजापुर आदि 37 जिले शामिल है।
इनका कहना है
प्रदेश के 54 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए साक्षात्कार लिया जा रहा है। इसके बाद संभाग स्तर पर साक्षात्कार होंगे। फिर अंतिम सूची तैयार होगी।
डीएस कुशवाहा, अपर संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय