मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में बहनों के सशक्तिकरण के लिये सामाजिक क्रांति हो रही है। मेरी जिंदगी का मकसद है बहनों के चेहरे पर मुस्कराहट लाना। मैं किसी बहन को दुखी नहीं रहने दूँगा। आज बड़नगर की जनता ने जो मुझे प्यार और विश्वास दिया है, बहनों ने जिस राखी के कच्चे धागे से मुझे बांधा है, उस विश्वास को कभी नहीं टूटने दूँगा। बहनों की जिंदगी खुशहाल बनाने के लिये हरसंभव प्रयास करूँगा।
मुख्यमंत्री चौहान आज उज्जैन जिले के बड़नगर में लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 150 करोड़ रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-पूजन किया। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। सम्मेलन का शुभारंभ कन्या-पूजन और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्यमंत्री ने पुष्प-वर्षा कर विशाल संख्या में उपस्थित बहनों का अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों को सशक्त करने के कार्य निरंतर किये जा रहे हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना और अब लाड़ली बहना योजना ने समाज में बहनों की स्थिति को बहुत मजबूत कर दिया है। अब बेटियाँ बोझ नहीं वरदान बन गई हैं। प्रदेश में 21 वर्ष आयु की बहनों और ट्रेक्टर वाले परिवारों की बहनों के नाम जुड़ जाने के बाद अब लाड़ली बहनों की संख्या एक करोड़ 32 लाख हो गई है। जो बहनें छूट गई हैं, उनके नाम भी जोड़े जायेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अभी राखी पर बहनों को 250 रूपये भिजवाये थे। लाड़ली बहना योजना की राशि अब 1250 रूपये कर दी गई है। इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रूपये तक किया जायेगा। पहले बहनों को अपनी छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिये परेशान होना पड़ता था। मैंने उनके इस दर्द को समझा और लाड़ली बहना योजना बनाई। लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है। इससे बहनों की परिवार में इज्जत बढ़ी है। सरकार का प्रयास है कि हर बहन की आमदनी 10 हजार रूपये महीना हो और इसके लिये आजीविका मिशन में उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिये सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब बहनों को टोल बेरियर भी संचालन के लिये दिये जा रहे हैं। टोल टैक्स से प्राप्त राशि की 30 प्रतिशत राशि बहनों को आमदनी के रूप में मिलेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम नया जमाना ला रहे हैं। प्रदेश में सरकारी संसाधनों का उपयोग गरीबों और किसानों के लिये किया जा रहा है। हर व्यक्ति को पक्की छत की व्यवस्था की जा रही है। जिनके पास रहने की जमीन नहीं है उन्हें आवासीय भू-अधिकार योजना में पट्टे दिये जा रहे हैं। जिन व्यक्तियों के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में नहीं आये हैं, उनका सर्वे करवाकर उनके लिये नई योजना मुख्यमंत्री आवास योजना बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस बार बारिश कम होने बिजली का उत्पादन कम हो रहा है। फिर भी सरकार द्वारा गरीबों को राहत के लिये 31 अगस्त तक के एक किलोवाट तक के बिजली के बिल शून्य किये जा रहे हैं और आगामी माह से हर माह (100 यूनिट तक) 100 रूपये बिजली का बिल आयेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहनें अपने बच्चों को अवश्य पढ़ायें। अब उच्च शिक्षा की मंहगी फीस भी मामा भरवायेगा। शिक्षा के लिये हर आवश्यक व्यवस्था सरकार द्वारा करवाई जा रही है। साइकिल के लिये 4500 रूपये सरकार देती है, अब 12वीं में स्कूल में टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूटी भी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पुरानी सरकार ने कन्या विवाह, तीर्थ-दर्शन, प्रसूति सहायता, शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण, मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप आदि योजनाएँ बंद कर दी थी। हमारी सरकार ने फिर से इन्हें चालू किया है। अब सरकार बुजुर्गों को हवाई जहाज से भी तीर्थ-यात्रा करवा रही है। किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही 6 हजार रूपये की सम्मान निधि के अलावा राज्य सरकार भी 6 हजार रूपये प्रति वर्ष दे रही है। किसानों के ब्याज की राशि सरकार ने भरी है और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर पुन: फसल ऋण दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने बड़नगर क्षेत्र के विकास के लिये कई घोषणाएँ कीं। इनमें बड़नगर में 20 करोड़ रूपये की लागत से मल्टीपर्पज इंडोर स्टेडियम एवं स्वीमिंग पूल बनवाने और क्षेत्र के जो गाँव नर्मदा जल से वंचित रह गये हैं, उन सभी गाँवों में नर्मदा जल पहुँचाना प्रमुख है। मुख्यमंत्री ने नगर व आसपास के विभिन्न मार्गों और पुल-पुलियाओं के निर्माण की भी घोषणा की।
कार्यक्रम में प्रदेश के वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री और जिले के प्रभारी जगदीश देवड़ा, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक बहादुर सिंह चौहान, बहादुर सिंह बोरमुंडला, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में लाड़ली बहनों सहित जन-समुदाय उपस्थित था।
जनदर्शन यात्रा में उमड़ा जनता का अभूतपूर्व सैलाब
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बड़नगर में जनदर्शन भी किया। बड़नगर की धरती पर चहुंओर त्यौहार-सा नजारा नजर आया। जनदर्शन के दौरान जनता ने मुख्यमंत्री का अपार स्नेह एवं उत्साह से स्वागत किया और घरों से, घर की छतो से, गलियारों से, सड़क के दोनों ओर कतारबद्ध होकर पुष्पों की वर्षा की। मुख्यमंत्री का लाड़ली बहनों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने रास्ते के दोनों ओर जगह-जगह स्वागत मंच बनाकर अपार उत्साह से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री चौहान का खाचरौद अधिकार मंच, अतिथि विद्वान नियमितिकरण संघर्ष समिति, सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं एवं शिक्षकों ने मुख्यमंत्री का सभा मंच से स्वागत किया। वहीं सुराज कॉलोनी, विभिन्न ग्राम पंचायत के निवासियों, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण एवं शहरी) के हितग्राहियों, महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने सड़क के दोनों ओर कतारबद्ध और अनुशासित होकर अपूर्व जोश और उत्साह से स्वागत किया। लाड़ली बहनें “धन्यवाद भैया” एवं भांजियाँ “प्यारे मामा” के नाम की तख्तियां लिये हुए थी। महिलाओं ने लाड़ली बहना योजना का लाभ देने के लिये पुष्प-वर्षा कर मुख्यमंत्री चौहान के प्रति आभार और हर्ष व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री का काफिला विभिन्न मार्गों से होते हुए निकला तब हर गली एवं मोहल्ले में ढोल-नगाड़ों से मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। लाड़ली बहनें दोपहिया वाहन पर सवार थीं। वे सभी मुख्यमंत्री के पीछे उत्साह से चल रही थीं। जगह-जगह जनता ने “प्यारे मामा, प्यारे भैया जिन्दाबाद” के नारे लगाये। जनदर्शन यात्रा में वित्त मंत्री एवं उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा भी शामिल हुए।