हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के बीच चलने वाली शान-ए-भोपाल सोमवार से निरस्त नहीं रहेगी
भोपाल। यात्रीगण कृपया ध्यान दें, भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के बीच चलने वाली शान-ए-भोपाल सोमवार से निरस्त नहीं रहेगी। यह ट्रेन पूर्व की तरह तय समय पर चलती रहेगी। असल में रेलवे ने उक्त् ट्रेन को 11 सितंबर से अगले 18 दिन तक दोनों दिशाओं में निरस्त कर दिया था।
इसकी सूचना रविवार सुबह करीब नौ बजे दी गई थी। यही नहीं, उक्त ट्रेन में जिन यात्रियों ने अगले 18 दिनों के दौरान यात्रा की योजना बनाकर बुकिंग कराई थी, उन्हें भी रेलवे ने संदेश भेजकर ट्रेन को निरस्त किए जाने की सूचना दे दी। इसके बाद से उक्त अवधि में ट्रेन में सफर करने वाले हजारों यात्री परेशान हो रहे थे, क्योंकि भोपाल से दिल्ली समेत अन्य रेल मार्गों पर चलने वाली ट्रेने पहले से फुल चल रही हैं।
शाम को भोपाल रेल मंडल के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी और झांसी रेल मंडल के डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा से पूछा गया था कि इतनी महत्वपूर्ण ट्रेन को निरस्त करने से पहले दोनों मंडलों के बीच क्या चर्चा हुई।
जब दोनों शहरों के बीच पूर्व से 32 ट्रेनें चल रही हैं, तब भोपाल एक्सप्रेस जैसी अधिक मांग वाली ट्रेन को ही क्यों निरस्त किया गया। इन तमाम प्रयासों के बाद रेलवे ने रविवार रात 11.26 बजे ट्रेन को बहाल कर दिया है। साथ ही उक्त ट्रेन में टिकट बुक कराने वाले रेल यात्रियों को वापस से संदेश भेजे जा रहे हैं, ताकि वे यात्रा कर सके।
लेकिन ये ट्रेनें रहेंगी निरस्त
– ट्रेन 12192 जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन श्रीधाम एक्सप्रेस 11 से 28 सितंबर तक व ट्रेन 12191 हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर श्रीधाम एक्सप्रेस 12 से 29 सितंबर तक नहीं चलेगी।
– ट्रेन 22167 सिंगरौली-हजरत निजामुद्दीन साप्ताहिक एक्सप्रेस 17, 24 सितंबर को व ट्रेन 22168 हजरत निजामुद्दीन-सिंगरौली साप्ताहिक एक्सप्रेस 18 व 25 सितंबर को निरस्त रहेगी।
जब पता है कि भोपाल एक्सप्रेस फुल चलती है। इसे बेहतर सुविधाओं व सेवाओं के लिए यात्री पसंद करते हैं तो भोपाल मंडल के अधिकारियों को झांसी मंडल के अधिकारियों से समन्वय बनाना था और पहले ही समन्वय बनाकर इसे निरस्त के दायरे से बाहर रखना था।
– अरुण अवस्थी, उपाध्यक्ष, मप्र रेलवे अप-डाउनर एसोसिएशन
संरक्षा को छोड़कर रेलवे में कोई भी काम महीनों पहले से तय होता है। तब भी अधिकारी ऐन मौके पर ट्रेनों को निरस्त करने की सूचना जारी कर देते हैं। यह चलन गलत है। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
निरंजन वाधवानी, पूर्व सदस्य मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति