भोपाल, 26 सितम्बर | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ग्रामीण अंचलों में जल-प्रदाय योजनाओं के बेहतर संधारण पर जल निगम और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निरंतर नजर रखने के निर्देश दिये हैं। अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर कार्यों की निगरानी भी करें। मुख्यमंत्री समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास में मध्य प्रदेश जल निगम के संचालक मंडल की 23 वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ल, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि जल निगम के साथ ही विभागीय अधिकारियों द्वारा अपने कार्य-क्षेत्र में नागरिकों से सतत संवाद स्थापित किया जाये। नुक्कड़ नाटक और अन्य प्रचार गतिविधियों से नागरिकों में पानी की बचत, जल-प्रदाय योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए उनके बेहतर रख-रखाव और जन-सहयोग से बाधा रहित जल-प्रदाय को सुनिश्चित करने के लिए भी प्रभावी प्रयास किये जाये।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन की गतिविधियों की जानकारी भी प्राप्त की। बैठक में जल निगम द्वारा परियोजना और परिसंपत्ति प्रबंधन प्रणाली की वर्तमान स्थिति के अध्ययन, आकल्पन,विकास कार्यान्वयन, वार्षिक रख-रखाव और सेवा के लिए अपनाई गई प्रक्रिया और समूह जल-प्रदाय योजनाओं के लिए परियोजना प्रबंधन इकाई के चयन संबंधी कार्य की जानकारी दी गई। वित्तीय मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के चयन, समूह जल-प्रदाय योजनाओं के संचालन, संधारण के लिए पर्यवेक्षण ओर गुणवत्ता नियंत्रण पर भी चर्चा हुई।
जिला खनिज प्रतिष्ठान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अध्यक्षता में आज जिला खनिज प्रतिष्ठान से विकास कार्यों के संचालन के संबंध में बैठक भी हुई। बैठक में खनिज साधन और श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह उपस्थित थे। बैठक में डीएमएफ से पूर्व में हुए कार्यों की जानकारी देने के साथ ही प्रस्तावित कार्यों पर चर्चा हुई।