जीतू पटवारी के हिन्दुओं को नफरती बताने वाले बयान पर रामेश्वर की तल्ख टिप्पणी, प्रेस कांफ्रेंस कर कहा “हिन्दू नफरती नहीं, राम और राष्ट्र पर मरने वाला है

भोपाल। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी के हिन्दुओं को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से मध्यप्रदेश की राजनीति गरमा गई है। जिसे लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर हो रही है। जीतू पटवारी के इस बयान को लेकर कांग्रेस घिरती हुई नजर आ रही है। गुरुवार को भोपाल की हुजूर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी और हिन्दूवादी नेता रामेश्वर शर्मा ने मध्यप्रदेश भाजपा कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस की हिन्दू विरोधी राजनीति को लेकर तीखा प्रहार किया। इस दौरान रामेश्वर शर्मा ने हमलावर होते हुए कांग्रेस पर कई सवाल दागे। उन्होंने पूछा कि अगर कांग्रेस को हिन्दुओं से इतनी ही नफरत है तो चुनाव आते ही तिलक लगाकर मंदिरों के चक्कर क्यों काटने लगते हैं।

जीतू पटवारी समेत कांग्रेसियों के हिन्दू विरोधी गतिविधियों को लेकर रामेश्वर शर्मा कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि – भगवा आतंकवाद शब्द गढ़ने वाली काँग्रेस नें हिंदुओं को नीचा दिखाने के लिए अब एक नया शब्द गढ़ा लिया है ‘नफरती हिन्दू’। जीतू पटवारी जवाब दें क्या काँग्रेस को छोड़ कर देश का हर हिन्दू नफरती है ? क्या अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बात करने वाले नफरती हैं? अरे कांग्रेसियों हिन्दू नफरती नहीं है, राष्ट्र और राम के लिए मरने को तैयार हैं। इसलिए जो नफरती हिन्दू शब्द काँग्रेस गढ़ रही है, उससे हम पूछना चाहते है कि हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों हो गई ? और हिंदुओं से इतनी ही नफरत है कॉंग्रेसियों तो चुनाव में टीका लगाने और मंदिर मंदिर जाने का ढोंग क्यों ? आज जनता जान चुकी है कि ‘कॉंग्रेस के मन में राम बगल में छुरी’ और पूरी काँग्रेस की हिंदुओं के प्रति नीयत बुरी।

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेसी दंगाइयों और उपद्रवियों का समर्थन करती है। लेकिन वो सुन लें, जिस छत से पत्थर फिकेगा वह छत जरूर टूटेगी, जो बहन-बेटियों के साथ छेड़कानी करेगा वो हाथ भी तोड़े जाएंगे, उन्हें जेल में भी डाला जाएगा और जो राम, कृष्ण, बुद्ध, महावीर, गुरुनानक की शोभायात्राओं पर पथराव करेंगे उनका भी वही हश्र करेंगे जो आतंकवादियों का होता है।

रामेश्वर शर्मा ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कमलनाथ, काँग्रेस, जीतू पटवारी सहित ‘अलीबाबा और चालीस चोरों की कंपनी’ से हम साफ शब्दों में पूछना चाहते है कि आपको हिन्दू धर्म, राम मंदिर, महाकाल मंदिर से आपत्ति क्या है? यदि है तो फिर काँग्रेस किसके साथ है। बाबरी मस्जिद की शहीदी कहने वाली काँग्रेस खुल के कहे कि उसे बाबरी मस्जिद से लगाव व कार सेवकों से नफरत है क्या?

केके मिश्रा के रामेश्वर शर्मा को लेकर पूर्व के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि जो कहते हैं कि रामेश्वर शर्मा कारसेवक है, इसलिए वह गुंडे हैं। तो मैं डंके की चोट पर कहता हूँ कि 6 दिसंबर को मैं कारसेवक था। और कारसेवकों नें जो किया वो देश के स्वाभिमान में किया। हम तब भी उसका समर्थन करते थे और आज भी करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में दम है इसलिए राम, कृष्ण का भी मंदिर बनाएंगे और काशी विश्वनाथ को भी सजाएंगे और हर मंदिर का जीर्णोद्धार कराएंगे। हम मंदिर वाले थे, हम मंदिर वाले हैं। मंदिर बनाने में हमें न शर्म है, न संकोच है। हम कांग्रेस की तरह चादर ओड़ कर टीका नहीं छुपाते। हम खुलेआम टीका लगाकर जय श्री राम बोलते हैं।

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