टीकमगढ़। मुझे अच्छे से याद है कि पिछली बार जब सरकार बननी थी, तो यही बड़े-बड़े दल, जो समाजवादियाें को पहचान नहीं रहे हैं। वहीं हमें ढूढ़ रहे थे। हमारे और कार्यालय के फोन बज रहे थे और फोन पर कई नेता समर्थन मांग रहे थे। मुझे याद है कि उस समय सबसे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक ने समर्थन दिया था और परिणाम हुआ कि कांग्रेस की सरकार बन गई थी।
यह अलग बात है कि भाजपा का काम करने का तरीका अलग है। वो लूट पर भरोसा करते है, लोकतंत्र पर नहीं। भाजपा लूटतंत्र पर पूरा भरोसा करती है। दूसरे प्रदेश हो या फिर मप्र, इन्होंने लूटने का काम किया है। भाजपा की मप्र में सरकार नहीं थी, लेकिन इन्होंने विधायकों को न जाने कौन सा प्रसाद दिया है।
मैं जानना चाहता हूं कि वह कहां का प्रसाद था कि विधायक कांग्रेस को छोड़कर भाजपा के संग चले गए। यह बात समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टीकमगढ़ के जतारा में आयोजित आमसभा के दौरान कही।
अखिलेश यादव भाजपा-कांग्रेस पर खूब बरसे। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री का भाषण सुन रहा था। भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि 13 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर हो गए हैं। अगर हम यह मान लें कि 13 करोड़ में से 6 करोड़ मध्यप्रदेश के लोग हैं। तो केवल गरीब ही बचे हैं, वाकी सब अमीर हो गए।
फिर कहते हैं कि हम खाद्यान बांट रहे हैं, वो अगले पांच साल बांटते रहेंगे, 13 करोड़ वाली बात मान लें, या वो राशन वाली बात मान लें। जिस होटल से गरीबी को लेकर भाषण दे रहे थे, जहां प्रधानमंत्री कह रहे थे कि 13 करोड़ गरीब गरीबी रेखा से बाहर हो गए हैं। उस होटल में काली दाल एक प्लेट लोगे, तो एक हजार रूपये की पड़ेगी। वहां पर 400 रूपये की एक रोटी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अग्निवीर व्यवस्था जो बनी है, अगर कोई शहीद होगा। तो उस नौजवान को सम्मान नहीं मिलेगा। न ही मदद मिलेगी और न शहीद का दर्जा मिलेगा। पंजाब का 19 साल का नौजवान लड़ते-लड़ते शहीद हो गया। इस सरकार ने न कोई मदद की और न सम्मान मिला।
सरकार कहती है कि हम राष्ट्र भक्त है। ऐसी सरकार, जो फौज की आधी-अधूरी नौकरी दे रही है। ऐसी सरकार, जो नौजवानों को लेकर भर्ती करा दे और 4 साल बाद ही रिटायरमेंट। कोई पेंशन नहीं और कोई सुविधा नहीं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह सरकार राष्ट्र प्रेमी कैसे हो सकती है। इसलिए सावधान रहना।