मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मतदान खत्म होने के बाद, प्रदेश के दिग्गज नेता राजस्थान में चुनावी प्रसार-प्रसार करने पहुंच रहे हैं. राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश के कई नेता आमने-सामने हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राजस्थान के दौरे को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि “मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोई नहीं सुन रहा है और वे राजस्थान में जाकर प्रचार प्रसार करने का नाटक कर रहे हैं.”
मध्य प्रदेश के सभी 230 विधानसभा सीटों पर बीते 17 नवंबर को मतदान हुआ था. मतदान के बाद भी प्रदेश में सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर मौका मिलते ही आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं. इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राजस्थान दौरे पर सवाल उठाए. कमलनाथ ने कहा है कि “मध्य प्रदेश में ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की चल नहीं रही है, जबकि वे राजस्थान में जाकर बीजेपी का प्रचार प्रसार करने का दावा कर रहे हैं.”
‘शिवराज सरकार में एमपी घोटाले में नंबर वन’
इस दौरान कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि “मध्य प्रदेश, शिवराज सरकार के कार्यकाल में घोटाले और अत्याचार में नंबर वन बन चुका है. मध्य प्रदेश में डंपर घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, महाकाल लोक जैसे कई भ्रष्टाचार और घोटाले हुए हैं जो पूरे देश में सुर्खियां बटोर चुके हैं.” प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विवेक गुप्ता ने कहा है कि “पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सही आरोप लगा रहे हैं. इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी के नेताओं ने ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात नहीं मानी. मध्य प्रदेश में बीजेपी के कई नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.”
‘कमलनाथ की गलतफहमी 3 दिसंबर को हो जाएगी दूर’
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि “मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ का घमंड और अहंकार के साथ जो गलतफहमी है, वह 3 दिसंबर को दूर हो जाएगा.” उन्होंने बीजेपी की जीत का दावा करते हुए कहा कि “3 दिसंबर को मध्य प्रदेश में एक बार फिर कमल खिलने वाला है. इसी बौखलाहट के चलते कमलनाथ लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगा रहे हैं.” सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस के कार्यकाल में जो भ्रष्टाचार हुए थे, उसका हिसाब अभी तक कमलनाथ नहीं दे पाए हैं. जबकि वे दूसरों पर झूठे आरोप लगा रहे हैं.”