Real Estate : भारत में पिछले कुछ सालों में रेजिडेंशियल यानी आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मकानों की कीमतों में तेजी का ये ट्रेंड अभी भी बरकरार है. नाइट फ्रैंक ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स (Knight Frank Global House Price Index) की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर भारत में प्रॉपर्टी की कीमतों में 5.9 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. प्रॉपर्टी के दाम में लगातार बढ़ोतरी के कारण वैश्विक लिस्ट में भारत 18वें पायदान से चार स्थान चढ़कर 14वें स्थान पर पहुंच गया है.
सालाना के आधार पर इतने बढ़ें प्रॉपर्टी के दाम
Knight Frank की रिपोर्ट ने यह भी दावा किया है कि सालाना आधार पर औसतन भारत में आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतों में 3.5 फीसदी की बड़ी बढ़त दर्ज की गई है. कोरोना का से पहले यह दर 3.7 फीसदी थी. ऐसे में घरों की कीमतों में औसत वृद्धि कोरोना काल से पहले की स्थिति में पहुंच गई है.
क्यों बढ़ रहे प्रॉपर्टी के दाम?
इस रिपोर्ट ने भारत में आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतों में इजाफे के पीछे कई कारण बताए हैं. पिछले कुछ दिनो में भारत में महंगाई में बढ़ोतरी के कारण ब्याज दरों में लगातार इजाफा दर्ज किया गया है. इसके बावजूद प्रॉपर्टी के दाम में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, क्योंकि देश की वृद्धि दर पिछले कुछ वक्त से स्थिर रही है. इससे लोगों के बीच वित्तीय सुरक्षा का भाव बढ़ा है और वे उच्च ब्याज दर के बाद भी प्रॉपर्टी में निवेश करना पसंद कर रहे हैं. इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्ट देने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही हैं, जिसका असर सेल्स के आकड़ों में भी नजर आ रहा है.
इन देशों में सबसे ज्यादा बढ़ें प्रॉपर्टी के दाम
Knight Frank ने अपनी रिपोर्ट में ऐसे देशों की लिस्ट जारी की है, जहां 2023 में सबसे ज्यादा आवासीय प्रॉपर्टी के दाम में बढ़ोतरी हुई है. 89.20 फीसदी की सालाना वृद्धि दर के साथ इस लिस्ट को तुर्की ने टॉप किया है. वहीं Croatia में रिहायशी प्रॉपर्टी की कीमतों में 13.7 फीसदी, ग्रीस में 11.9 फीसदी, कोलंबिया में 11.2 फीसदी और North Macedonia में 11 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. इस लिस्ट में भारत का नाम 14वें स्थान पर है, जहां तीसरी तिमाही के दौरान यानी जुलाई-सितंबर की अवधि में सालाना आधार पर प्रॉपर्टी के दाम में 5.9 फीसदी का इजाफा देखा गया है.