Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चले इसलिए 33 सांसदों के खिलाफ एक्शन लिया गया है। इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। इन सांसदों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, सौगत रॉय सहित 33 नाम शामिल हैं। इनमें तीन सांसदों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट के आने तक के लिए निलंबित कर दिया है।
कांग्रेस के नेता बोले…
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने निलंबित होने के बाद कहा कि मुझे और कई नेताओं को निलंबित कर दिया है। हम कई दिनों से मांग कर रहे हैं कि हमारे जिन सांसदों को पहले निलंबित किया था, उन्हें बहाल किया जाए और गृह मंत्री आएं सदन में जाकर बयान दें। वो रोज टीवी पर बयान देते हैं और संसद की सुरक्षा के लिए सरकार क्या कर रही है, इस पर भी वो थोड़ा संसद में भी बोल सकते हैं।
कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने कहा कि हमने केवल सुरक्षा उल्लंघन की घटना के संबंध में सरकार से जवाब मांगा था। हमने केवल यह पूछा था कि गृह मंत्री सदन में कब आएंगे और इस पर बयान देंगे और हमें सवाल पूछने पर निलंबित कर दिया है। बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा और रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह लोकतंत्र की हत्या है। हम अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे।
लोकतंत्र में यह स्वीकार नहीं
33 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस तरह का अत्याचार नहीं चलेगा। यह देश को स्वीकार्य नहीं है। उन्हें लोगों के विश्वास पर यह जनादेश मिला है। उन्हें जनादेश मिला क्योंकि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना था, लेकिन आज सबसे सुरक्षित इमारत पर हमला हो रहा है। न तो प्रधानमंत्री और न ही गृह मंत्री इस पर बोलते हैं। अगर हम आपका बयान मांगते हैं, तो आपने हमें सदन से निलंबित कर दिया। यह किसी को भी स्वीकार्य नहीं है। हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे।