रतलाम। पिपलौदा थाना क्षेत्र के ग्राम कंचनखेड़ी में रंजिश के चलते किये गए हमले में घायल हुवे 77 वर्षीय नाथूलाल चौधरी की इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे मृत्यु हो गई उनकी मृत्यु के बाद सूजन और अन्य लोगों में रोज फैल गया तथा वह आरोपितों की गिरफ्तारी करने और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग करने लगे। मांग नहीं मानने पर वे शव मेडिकल कालेज से एसपी आफिस ले जाकर रखकर धरना देने वाले थे, लेकिन उन्हें शव नहीं दिया गया। इस पर बगैर शव के एसपी आफिस पहुंचे। एसपी राहुल कुमार लोढा ने उन्हें आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
मृतक नाथूलाल चौधरी के भतीजे जितेंद्र जाट ने बताया कि अगस्त 2022 में तेजा दशमी पर जुलूस निकाला जा रहा था तब कुछ लोगों ने नाथूलाल के पुत्र धर्मेंद्र और जुलूस पर हमला कर दिया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। प्रकरण न्यायालय में चल रहा है। उक्त प्रकरण में नाथूलाल चौधरी गवाह है और 25 जनवरी 2024 को उनकी न्यायालय में गवाही होनी थी।
इसके पहले ही 24 जनवरी को सुबह करीब 11 से 11:30 के बीच नाथूलाल चौधरी खेत पर जा रहे थे तभी उन पर आरोपियों ने हमला कर दिया। उन्हें बुरी तरह मारा गया इससे उनके शरीर पर करीब 100 फैक्चर हुए थे। उन पर आठ पुरुषों व चार महिलाओं ने हमला किया था लेकिन पुलिस ने आठ पुरुष आरोपितों के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज किया ।
अभी तक पुलिस मात्र तीन आरोपित ही गिरफ्तार कर पाई है। पिपलोदा पुलिस लापरवाही बरतने का आरोप है। लोगों ने कहा कि जब तक आरोपितों के मकान पर बुलडोजर नहीं चलाया जाएगा तब तक शव नहीं ले जाएंगे तथा शव एसपी आफिस पर रख कर धरना देंगे।
जावरा एसडीओपी शक्ति सिंह चौहान, पिपलोदा थाना प्रभारी विक्रम सिंह, औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा मेडिकल कॉलेज पहुंचे तथा मृतक के स्वजन अन्य लोगों को समझने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने और शाम करीब 4:15 बजे एसपी ऑफिस पहुंचे वहां पर एसपी ने उनसे चर्चा की। समाचार लिखे जाने तक चर्चा जारी थी।