Sandeshkhali Case: संदेशखाली जा रहे बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को बंगाल पुलिस ने रोका, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

Sandeshkhali Case

Sandeshkhali Case: क्या है विवाद

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित गांव संदेशखाली इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन का गवाह बन रहा है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।

कोलकाता। भाजपा सांसदों के एक केंद्रीय दल को शुक्रवार को बंगाल के संदेशखाली का दौरा करने से रोक दिया गया, जहां ग्रामीणों महिलाओं पर तृणमूल नेताओं के कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लागू की गई निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भाजपा सांसदों के केंद्रीय दल को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी।

संदेशखाली प्रखंड के रास्ते में रामपुर गांव में रोके जाने के बाद भाजपा का छह सदस्यीय दल धरने पर बैठ गया। दल की संयोजक केंद्रीय मंत्री अन्नापूर्णा देवी ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा के केंद्रीय दल को पुलिस ने संदेशखाली का दौरा करने से रोक दिया। पुलिस निषेधाज्ञा का हवाला दे रही है। हमने कहा कि हममें से केवल चार लोग जाएंगे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई।

केंद्रीय मंत्री ने बंगाल पुलिस पर लगाया आरोप

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री भौमिक ने आरोप लगाया कि पुलिस “दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है।” अन्नापूर्णा देवी ने कहा कि पुलिस हमें रोकने में बहुत फुर्ती दिखाई। हम केंद्रीय मंत्री और सांसद हैं, और कुछ प्रोटोकाल हैं। राज्य पुलिस और प्रशासन को उन प्रोटोकाल की परवाह नहीं है, अगर पुलिस ने इतनी ही तत्परता शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने में दिखाई होती तो स्थिति कुछ और होती।

केंद्रीय मंत्री और संदेशखाली का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल की सदस्य प्रतिमा भौमिक ने कहा, “…ममता बनर्जी सैकड़ों शेख शाहजहां का लालन-पालन कर रही हैं। कल विधानसभा में वे उनकी सुरक्षा कर रही थीं… संदेशखाली का दौरा करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है।” उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में सब कुछ गलत हो रहा है…यहां महिलाओं के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जाता है, उससे हम शर्मिंदा हैं…पुलिस अपराधियों और गुंडों को संरक्षण दे रही है। हम चाहते हैं कि संदेशखाली जाएं और पीड़ितों से मिलें, लेकिन पुलिस का कहना है कि उन्हें ऊपर से हमें न जाने देने का आदेश है…”

ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद से टीएमसी नेता फरार

 

संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। शाहजहां से जुड़े लोगों ने पांच जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में छापा मारने गए ईडी अधिकारियों पर कथित तौर पर हमला कर दिया था, जिसके बाद से शाहजहां फरार हैं।

 

Previous articleBusiness News: रतन टाटा, जेरोधा के निखिल कामत के सपोर्ट वाली कंपनी लाएगी आईपीओ, 2000 करोड़ रुपये के इश्यू की तैयारी
Next articleअब राहत: कांग्रेस का दावा था – फ़्रीज़ कर दिए गए हैं पार्टी के बैंक खाते, खरगे बोले ये लोकतंत्र पर बड़ा हमला