Business News: घरेलू विमानन कंपनियों को पिछले महीने अच्छा फायदा हुआ है. ताजे आंकड़ों के अनुसार, फरवरी महीने में घरेलू विमानन यात्रियों की संख्या में तेजी आई है. डाइरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने घरेलू विमानन यात्रियों का आंकड़ा शुक्रवार को जारी किया.
इतनी हो गई यात्रियों की संख्या
आंकड़ों के अनुसार, इस साल फरवरी महीने में घरेलू एयर ट्रैफिक का आंकड़ा 126.48 लाख पर पहुंच गया. यह साल भर पहले की तुलना में 4.8 फीसदी ज्यादा है. साल भर पहले यानी फरवरी 2023 में घरेलू विमानन यात्रियों की कुल संख्या 120.69 लाख रही थी. हालांकि यात्रियों को फरवरी महीने के दौरान काफी परेशानी भी उठानी पड़ी. आंकड़े बताते हैं कि फरवरी महीने में 1.55 लाख से ज्यादा यात्री उड़ानों में देरी की वजह से परेशान हुए.
एअर इंडिया को हुआ फायदा
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि फरवरी महीने में सबसे ज्यादा फायदा टाटा समूह की विमानन कंपनी एअर इंडिया को हुआ. करीब दो साल पहले प्राइवेट हुई इस विमानन कंपनी का घरेलू एयर ट्रैफिक में हिस्सा बढ़कर 12.8 फीसदी पर पहुंच गया. एक महीने पहले यानी जनवरी 2024 में टोटल डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक में एअर इंडिया की हिस्सेदारी 12.2 फीसदी रही थी.
इंडिगो को हुआ इतना नुकसान
वहीं दूसरी ओर घरेलू बाजार में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाली विमानन कंपनी इंडिगो को नुकसान उठाना पड़ गया. इंडिगो की हिस्सेदारी इस दौरान कुछ कम होकर 60.1 फीसदी पर आ गई. एक महीने पहले किफायती विमानन सेवा प्रदाता इंडिगो की हिस्सेदारी 60.2 फीसदी रही थी. हालांकि अभी भी इंडिगो आधे से ज्यादा बाजार पर अकेले काबिज है.
कंपनियों के ऊपर आया ये खर्च
डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, उड़ानों की देरी से प्रभावित होने वाले यात्रियों को सुविधाएं देने में कंपनियों को 22.21 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े. वहीं महीने के दौरान 29,143 पैसेंजर उड़ानों के रद्द होने से प्रभावित हुए, जिन्हें कंपनसेशन व अन्य सुविधाएं देने में कंपनियां ने 99.96 लाख रुपये खर्च किए. महीने के दौरान 917 यात्रियों को उड़ान में सवार होने से रोका गया. इस पर कंपनियों को 78.19 लाख रुपये का खर्च आया.