शराब नीति कांड में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन 4.5 किलो घट गया है। हालांकि जेल प्रशासन ने आम आदमी पार्टी के इस दावे से इनकार किया है। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने केजरीवाल की सेहत के बारे में बताया कि 1 अप्रैल को जेल लाए जाने पर अरविंद केजरीवाल की दो डॉक्टरों द्वारा जांच की गई थी और सब कुछ सामान्य था। जेल आने के बाद से लेकर आज तक उनका वजन 65 किलो पर ही बना हुआ है। न्यायालय के आदेशानुसार घर का बना भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
इसके साथ ही तिहाड़ जेल में उनकी सेहत को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस बीच, केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है। केजरीवाल की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में पेश हुए हैं। याचिका में ईडी की कार्रवाई को गैरकानूनी बताया गया है।
पिछली सुनवाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आप संयोजक द्वारा संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका का विरोध किया था।
केजरीवाल ने जानबूझकर समन की अवज्ञा की : ईडी
इससे पहले मंगलवार को हुई सुनवाई में ईडी ने दिल्ली हाई कोर्ट में जवाब दाखिल किया। ईडी ने कहा कि केजरीवाल ने जानबूझकर समन की अवज्ञा करने का फैसला किया और एक कमजोर आधार पर जांच में शामिल नहीं हुए।
ईडी ने याचिका का विरोध किया और कहा कि उन्हें जांच में सहयोग करने के लिए कई अवसर दिए गए थे। मौजूदा मामले में उन्हें नौ समन जारी किए गए थे।
ईडी ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में उत्पन्न अपराध की आय की प्रमुख लाभार्थी है। अपराध की आय का एक हिस्सा लगभग 45 करोड़ रुपये गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में आप के चुनाव अभियान में उपयोग किया गया है। आप ने अरविंद केजरीवाल के माध्यम से मनी लांड्रिंग का अपराध किया है।