नई दिल्ली : शुक्रवार, जुलाई 19, 2024/ केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल चार पुस्तकों, विंग्स टू आवर होप्स- वॉल्यूम 1 (अंग्रेजी और हिंदी), राष्ट्रपति भवन: हेरिटेज मीट्स द प्रेजेंट और कहानी राष्ट्रपति भवन की का लोकार्पण किया। इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री (आई एंड बी) डॉ. एल. मुरुगन और आई एंड बी सचिव संजय जाजू भी मौजूद थे।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज विमोचित पुस्तकें भारतीय गणतंत्र के प्रतीक राष्ट्रपति भवन की विरासत का एक समृद्ध चित्रपट हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के पूर्व भाषणों का संकलन हमारे लोकतंत्र और पूरे समाज के लिए एक खजाना है। यह संकलन राष्ट्रपति मुर्मु की महिलाओं, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य वंचित वर्गों, किसानों, सशस्त्र बलों और युवाओं सहित सभी देशवासियों के प्रति संवेदना की एक प्रभावी अभिव्यक्ति है। इस पुस्तक के कवर चित्र और शीर्षक में हमारे लोकतंत्र की कहानी की झलक मिलती है।
पुस्तकों में निहित संदेश प्रत्येक भारतीय को आशा के साथ उड़ान भरने तथा अधिक से अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करेंगे। मंत्री ने कहा कि उन्हें कृषि एवं ग्रामीण विकास से संबंधित विषयों पर महत्वपूर्ण तथ्य प्राप्त हुए हैं। चौहान ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि राष्ट्रपति के भाषणों के इस संकलन को पढ़ने से देश की सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों, उपलब्धियों की दिशा तथा आत्मनिर्भरता को दर्शाने वाली पहलों के बारे में हमारा दृष्टिकोण व्यापक होगा।
केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने इन पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रकाशन विभाग को बधाई दी और जनहित के विभिन्न विषयों पर नियमित रूप से पुस्तकें प्रकाशित करने का श्रेय प्रकाशन विभाग को दिया। विमोचित पुस्तकों के बारे में उन्होंने कहा कि ये पुस्तकें विभिन्न मुद्दों पर राष्ट्रपति के विचारों का सबसे प्रामाणिक संकलन हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए सूचनाओं की विस्तृत जानकारी के संग्रह के रूप में काम करेंगी।
विंग्स टू अवर होप्स नामक पुस्तक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा अपने कार्यकाल के प्रथम वर्ष में विभिन्न अवसरों पर दिए गए भाषणों को संकलित किया गया है। इस जुलाई 2022- जुलाई 2023 की अवधि के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु मुखर रहीं और उन्होंने विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा किए, जिससे वे अपनी सादगी, विचारशीलता और विद्वता के माध्यम से देश के लोगों के बीच लोकप्रिय हो गईं। राष्ट्र के जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूने के अलावा, ये भाषण प्रथम नागरिक की सहज प्रकृति को भी रेखांकित करते हैं, जो जनता तक पहुंचकर उन्हें आशा प्रदान करते हैं।
प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में 75 भाषण हैं, जिन्हें ग्यारह खंडों में बांटा गया है – राष्ट्र को संबोधन, शिक्षा – सशक्तिकरण की कुंजी, लोक सेवकों को कर्तव्य पथ पर मार्गदर्शन, हमारी सेनाएं हमारा गौरव, संविधान और कानून की भावना, उत्कृष्टता को पुरस्कृत करना, वैश्विक पहुंच, विविधता और समृद्ध संस्कृति का उत्सव मनाना, स्थायी विकास के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी, अतीत का संरक्षण, भविष्य को सुरक्षित करना और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को प्रोत्साहित करना।
“राष्ट्रपति भवन: हेरिटेज मीट्स द प्रेजेंट ” राष्ट्रपति भवन की गहन खोज है, जो इसके इतिहास, विरासत और वास्तुकला की भव्यता का वर्णन करती है। यह पुस्तक पाठकों को राष्ट्रपति भवन की भव्यता, इसकी अवधारणा से लेकर भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास के रूप में इसकी वर्तमान स्थिति तक की एक अंतरंग झलक प्रदान करती है। यह पुस्तक भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक, राष्ट्रपति भवन को सम्मान है, जो देश की समृद्ध वास्तुकला विरासत और इसके जीवंत वर्तमान का प्रमाण है।
राष्ट्रपति भवन के हर कोने का सजीव वर्णन और वहां लगी शानदार तस्वीरें उसे जानदार बना देती हैं। यह पुस्तक पाठकों को जानकारी के साथ भवन के भीतर विभिन्न कमरों और हॉलों के दौरे पर ले जाती है, जिनमें से प्रत्येक का अपना अनूठा उद्देश्य और इतिहास है।
इसमें शामिल प्रमुख क्षेत्र हैं – अशोक हॉल: शानदार भित्तिचित्रों और झूमरों से सुसज्जित एक शानदार बॉलरूम। दरबार हॉल: भव्य समारोह हॉल जहां महत्वपूर्ण राजकीय समारोह आयोजित किए जाते हैं। अमृत उद्यान: मुगल और अंग्रेजी भूनिर्माण शैलियों का मिश्रण दिखाने वाला उत्कृष्ट उद्यान। पुस्तकालय: ज्ञान और ऐतिहासिक दस्तावेजों का भंडार। ड्राइंग रूम और कॉन्फ्रेंस हॉल: औपचारिक स्वागत और बैठकों का स्थान। राष्ट्रपति का अध्ययन: राष्ट्रपति का निजी कार्यक्षेत्र।
इस पुस्तक में राष्ट्रपति भवन में रह चुके विशिष्ट व्यक्तियों के बारे में भी रोचक जानकारी दी गई है। इसमें भारत के प्रत्येक राष्ट्रपति की यात्रा का विवरण है, प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु तक। भारत के लोकतंत्र और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान और उनके कार्यकाल के दौरान हुई महत्वपूर्ण घटनाओं का विवरण दिया गया है, जो राष्ट्रपति भवन के इतिहास का एक समृद्ध ताना-बाना प्रस्तुत करता है।
‘कहानी राष्ट्रपति भवन की’ पुस्तक में बच्चों के लिए राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन से जुड़ी जानकारी है। तीन अध्यायों – ‘हमारे राष्ट्रपति’, ‘राष्ट्रपति भवन के मुख्य आकर्षण’ और ‘राष्ट्रपति भवन संग्रहालय परिसर’ में विभाजित यह पुस्तक राष्ट्रपति भवन के लगभग सौ साल के इतिहास को सरल शब्दों में प्रस्तुत करती है। पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के विभिन्न चित्रों से परिपूर्ण आकर्षक शैली में प्रस्तुत किया गया है।