झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन कल रांची में आयोजित एक समारोह में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। इस कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी, शिवराज सिंह चौहान और हिमंता बिस्वा सरमा सहित अन्य नेता मौजूद थे। इस अवसर पर चंपई सोरेन ने कहा कि वह आदिवासी पहचान और इसके अस्तित्व को बचाने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से घुसपैठ के कारण प्रदेश का संथाल परगना क्षेत्र खतरे में आ गया है। सोरेन ने कहा कि घुसपैठ ने राज्य की जनसांख्यिकी बदल दी है।
सोरेन ने बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मौजूदा दृष्टिकोण और नीतियों से वे उस पार्टी को छोड़ने पर मजबूर हो गये जिसकी उन्होंने कई वर्षों तक निष्ठापूर्वक सेवा की। चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के अनुभवी नेता और राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन के लंबे समय तक सहयोगी रहे। धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद इस साल फरवरी में चंपई सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था।