प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की जनता से प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों से संबंधित नामांकन प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जमीनी स्तर के नायकों को सम्मानित करने के महत्व पर जोर दिया। नामांकन प्रक्रिया के पारदर्शी और सहभागी दृष्टिकोण पर जोर देते हुए श्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पहले से अनेक नामांकन प्राप्त हो चुके हैं। साथ ही उन्होंने और अधिक लोगों से प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों के लिए आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों को नामित करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा; “पिछले दशक में हमने अनगिनत जमीनी स्तर के नायकों को #PeoplesPadma से सम्मानित किया है। इन पुरस्कार विजेताओं की जीवन यात्रा ने अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। उनका साहस और दृढ़ता उनके समृद्ध कार्यों में स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होती है। व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और सहभागी बनाने की भावना से हमारी सरकार जनता को विभिन्न पद्म पुरस्कारों के लिए व्यक्तित्वों को नामित करने के लिए आमंत्रित कर रही है। मुझे इस बात की खुशी है कि अनेक नामांकन आ चुके हैं। व्यक्तित्वों को नामित करने की अंतिम तिथि इस महीने की 15 तारीख है। मैं और अधिक लोगों से पद्म पुरस्कारों के लिए प्रेरक व्यक्तित्वों को नामित करने का आग्रह करता हूं। आप ऐसा awards.gov.in पर कर सकते हैं।”
उल्लेखनीय है कि पद्म पुरस्कार, अर्थात् पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री, देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। यह पुरस्कार ‘विशिष्ट कार्य’ को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए दिए जाते हैं। सभी व्यक्ति जाति, व्यवसाय, स्थिति या लिंग के भेदभाव के बिना इन पुरस्कारों के लिए पात्र है। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले कर्मचारियों सहित सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।