कैसे होंगी BHOJ University की परीक्षाएं, दो साल से भुगतान नहीं होने के कारण केंद्रों ने किया इनकार

मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय की यूजी-पीजी की परीक्षाएं 27 दिसंबर से शुरू हो रही हैं। यह परीक्षाएं जनवरी सत्र की हैं, जिसमें 48 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। इसके लिए 570 सरकारी कॉलेजों को केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन मानदेय और परीक्षा व्यय का भुगतान नहीं होने के कारण कॉलेजों ने भोज विवि की परीक्षाएं कराने से इन्कार कर दिया है।इसके अलावा वे अब मूल्यांकन कार्य भी नहीं करेंगे।

दो साल से परीक्षा में होने वाले खर्च का भुगतान नहीं
दरअसल, भोज विवि द्वारा पिछले दो साल से परीक्षा में होने वाले खर्च का भुगतान नहीं किया है। इससे प्रोफेसर और कर्मचारियों ने परीक्षाएं कराने से इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि विवि पहले पिछले दो साल के मानदेय और परीक्षा व्यय का भुगतान करे, इसके बाद ही हम परीक्षाएं कराएंगे।

परीक्षाएं नहीं करना चाहते
ऐसे में कॉलेजों ने भी विवि को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है कि वे भोज विवि की परीक्षाएं नहीं करना चाहते हैं। यहां तक कि कॉलेजों में बनाए गए भोज विवि के अध्ययन केंद्र से भी वे परेशान हैं। अब वे उसे भी बंद करने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में क्षेत्रीय केंद्रों ने भोज विवि के कुलगुरु को पत्र भेजा है।
सभी सरकारी कॉलेजों में बनाए गए हैं अध्ययन केंद्र
भोज विवि के अध्ययन केंद्रों का संचालन निजी स्कूलों में हुआ करता था, लेकिन शासन के निर्देश पर अध्ययन केंद्रों को कॉलेजों में स्थानांतरित किया गया है। तीन साल पहले भोज विवि ने प्रदेश के लगभग सभी सरकारी कॉलेजों को विवि का अध्ययन केंद्र बना दिया है। प्रदेश में करीब 611 अध्ययन केंद्र हैं। इसमें कुछ निजी कालेज भी शामिल हैं। इससे भी कालेज वाले परेशान हैं।

दो साल के मानदेय और परीक्षा व्यय का भुगतान अभी तक भोज विवि ने नहीं किया है। विवि को पत्र लिखकर पिछले भुगतान की मांग की गई है, इसके बाद ही अगली परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी।

डा. संजय जैन, प्राचार्य, बाबूलाल गौर पीजी महाविद्यालय,भेल

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