अश्वमेध यज्ञ की तपस्या राम मंदिर की सौगात मिली
भोपाल। मां दुर्गा धाम शक्तिपीठ मंदिर में 26 वे श्री विराट हरि हरात्मक शक्ति महायज्ञ के नौ हवन कुंडों में बुधवार को प्रातः काल से ही मुख्य यज्ञाचार्य बनारस से आए पंडित युगल किशोर शास्त्री ने अपने 21 आचार्य के साथ पंचांग पूजन मंडप प्रवेश कर अरणी मंथन द्वारा अग्नि देव का आवाहन कर अग्नि प्रज्वलित की मुख्य यज्ञाचरि के साथ यहां 36 करोड़ देवी देवताओं को 26वे वर्ष में यज्ञशाला में आवाहन कर हजारों हजार भक्तगण नर नारियों की तपस्या का फल है की परिक्रमा स्थल आज स्वयं तपोभूमि बन गई है। वहीं दूसरी ओर महायज्ञ में रात्रि सात बजे राष्ट्रीय शीतल संत वृंदावन धाम के रामदास जी महाराज द्वारा दिव्या श्री राम कथा का संगीतमय भक्तगण नर नारियों को अमृत वचनों में राम की लीलाओं का रसपान कराते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों का सपना जो राम मंदिर में रामलाल वर्षों से टेंट आदि बंधनों से मुक्त होकर अयोध्या के दिव्या मंदिर का सपना पूरा होने जा रहा है। हम सब भक्तगण नर-नारी सौभाग्यशाली है कि शक्तिपीठ में पिछले वर्ष 25 सालों के पूर्ण होने पर अश्वमेध महायज्ञ हमारी भक्ति का प्रताप है कि 26 वर्ष में शक्तिपीठ मंदिर के भक्तगण नर नारियों को दिव्या राम प्रभु के मंदिर का निर्माण हम अपनी आंखों के सामने देख रहे हैं। रात 10 बजे तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की लीलाओं का गुणगान कर राम की भक्ति का रसपान कराया।
इस अवसर पर पप्पू राय, फूलचंद गुप्ता, पार्षद नितिन पाठक, बीके पांडे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।