भोपाल । मध्य प्रदेश के आठ जिलों से पिछले महीने गिरफ्तार किए गए प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के 21 में से 12 सदस्य बड़े पदाधिकारियों के संपर्क में थे। वे इस संगठन की विचारधारा में रच-बस गए थे। ये कई जगहों पर प्रशिक्षण की व्यवस्था से लेकर बाहर से आने वाले पदाधिकारियों-सदस्यों को ठहराने और उन्हें प्रमुख कार्यकर्ताओं से मिलवाने का काम कर रहे थे।
बुधवार को इनके खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा भी बढ़ा दी गई है। सूत्रों ने बताया कि जो सदस्य पीएफआइ की विचारधारा से बहुत ज्यादा प्रभावित हो गए थे। मुख्य आरोपितों के संपर्क में रहे हैं। उनसे लगातार बातचीत करते थे, उनके खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की गई है। बता दें, इन सभी को शांति भंग की आशंका के तहत गिरफ्तार किया गया था।
पीएफआइ सदस्यों को प्रशिक्षण देने भोपाल आता था नासिर
महाराष्ट्र पुलिस ने पिछले महीने औरंगाबाद से पीएफआइ के महाराष्ट्र प्रमुख नासिर नदवी शेख उर्फ शेख नासिर को गिरफ्तार किया था। मध्य प्रदेश एटीएस ने पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लिया है। उसने बताया है कि वह पीएफआइ सदस्यों को प्रशिक्षण देने मध्य प्रदेश आता रहता था। सदस्यों को पीएफआइ की विचारधारा के बारे में बताया जाता था। इन लोगों को मानसिक तौर पर पीएफआइ का प्रचार-प्रसार करने व अन्य कार्यों के लिए तैयार किया जाता था।