आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत और दत्तात्रेय होसबोले ने प्रतिनिधि सभा की तीसरी वार्षिक राष्ट्रीय बैठक का उद्घाटन किया
कर्नाटक में, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ-आरएसएस सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत और आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने आज बेंगलुरु में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीसरी वार्षिक राष्ट्रीय बैठक का उद्घाटन किया। प्रतिनिधि सभा आरएसएस की निर्णय लेने और नीति निर्माण की सर्वोच्च संस्था है।
उद्घाटन के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए, आरएसएस के सहसरकार्यवाह मुकुंदजी ने बताया कि तीन दिवसीय बैठक में पिछले वर्ष की गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी और भविष्य के लिए रोड मैप तैयार किया जाएगा। बैठक में इस वर्ष मनाए जा रहे आरएसएस के शताब्दी वर्ष को चिह्नित करने के लिए योजनाबद्ध गतिविधियों पर भी चर्चा की जाएगी। श्री मुकुंदजी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में आरएसएस शाखाओं में 10 हजार और ग्रामीण क्षेत्रों में तीन हजार की वृद्धि हुई है।
आरएसएस लगभग 90 हजार सेवा उन्मुख गतिविधियों पर काम कर रहा है, 40 हजार शैक्षणिक संस्थान, 17 हजार स्वास्थ्य सेवा संस्थान और 20 हजार सामाजिक जागृति गतिविधियाँ चला रहा है मणिपुर की स्थिति पर उन्होंने कहा कि जातीय हिंसा चिंता का विषय है और जातीय समूहों ने स्थिति को सामान्य करने के लिए केंद्र सरकार पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस मणिपुर के लोगों के साथ काम कर रहा है और उनमें भरोसा और आत्मविश्वास पैदा करने में मदद कर रहा है।