भोपाल, उपनगर में विकास कार्यों का स्वर्णिम काल शुरू हो गया है, चारों तरफ विकास कार्य के लिए कार्य गति के साथ शुरू हो गए है।
भोपाल संसदीय क्षेत्र में आने वाली हुजूर विधानसभा का प्रमुख आबादी क्षेत्र होने के कारण राजनीतिक दृष्टि से यहां हो रहे कार्य, आयोजन सत्ता की गलियों में चर्चा में बने रहते है।
जनता की समस्या का निदान सिर्फ विधायक भरोसे!
25 वर्ष पूर्व ये उपनगर क्षेत्र बेहद ही पिछड़ा क्षेत्र था। इसके बाद यहां राजधानी से रिटायर होकर आने वाले, झुग्गी क्षेत्र से विस्थापित किए लोगों के निवास आ जाने से यहाँ सड़क, बिजली, पानी, सीवेज जैसी अनेकों मूलभूत सुविधाओं मांग बढ़ने लगी थी।
पंचायत काल से शुरू हुआ मांगों का दौर नगर पालिका काल गुजराते हुए नगर निगम तक जा पहुंचा। कांग्रेस भाजपा शासन राज्य में क्षेत्र की जनता ने देखा।
रहवासियों से मिली जानकारी के आधार पर जितना काम विधायक रामेश्वर शर्मा के कार्यकाल में हुआ वो पूर्व में कभी भी नहीं हुआ है।
जनता कांग्रेस की भूमिका से नाराज
कोलार में कांग्रेस का सर्वमान्य नेता नहीं है कांग्रेस जातिगत, क्षेत्रवाद और गुटबाजी में उलझी हुई है। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता क्षेत्र में आने वाली समस्या, आपदा, संकट में एक साथ खड़े नहीं होते है। कांग्रेस में विवाद की मुख्य वजह ग्रामीण और शहर कांग्रेस का बंटवारा है।
ब्लॉक कांग्रेस की जमीन पर पकड़ नहीं है जिन्हें ब्लॉक कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई है उन्हें जनता अपनी पीड़ा से अवगत नही करती है। कई कांग्रेस नेता केवल बंगलों की जी हजूरी के कारण विभिन्न पदों पर आसीन है पर जनता से जूड़े हुए नहीं है। जनता उनसे संवाद नहीं करती है। जनता में चर्चा बनी रहती है कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता बंगलों की नाराजगी के कारण निष्काषित कर दिये जाते है।
जनता का आरोप हैं कोलार कांग्रेस विपक्ष जैसी धार नहीं है चुनाव समय, माह डेढ़ माह पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ता दिखाई देते है बाकी समय उनसे मुलाकात का न कोई स्थान न कोई ऐसा नेता जो उनकी समस्याओं के निदान के लिए सड़क पर संघर्ष करें।