धार। जिले के धार-धामनोद मार्ग स्थित भारूड़पुरा के निचले ग्राम कोठिडा में नवनिर्मित मिट्टी के बांध लीकेज होने का मामला प्रकाश में आया है। यहां से लगातार पानी बह रहा है। इस मामले को प्रशासन और जन संसाधन विभाग ने गंभीरता से लेते हुए पानी का लीकेज रोकने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं राजस्व विभाग ने बांध के निचले क्षेत्र में बसे हुए तीन गांव को अलर्ट जारी कर दिया है। पूरे मामले में प्रशासन सतर्क है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मामले में पल-पल का अपडेट ले रहे हैं।
शुक्रवार को सभी गांव को खाली करवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उक्त वीडियो आने के बाद में स्थिति गंभीर हुई। जिस पानी के रिसाव को कल रोकने का दावा किया गया था वहां से फिर से पानी निकलना शुरू हुआ था। ग्रामीणों को स्कूल और अन्य सुरक्षित भवनों पर पहुंचाने के लिए तेजी से हो रही है कार्रवाई।
जल संसाधन मंत्री पहुंच रहे धार
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट धार ज़िले के कारम डैम पहुंच रहे हैं। यहां जल संसाधन विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण द्वारा अपनी देख-रेख में बांध में हुए लीकेज से उत्पन्न परिस्थितियों में आपदा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है।
प्रशासन की तैयारियां पूरी
गुरुवार को प्रशासन ने तमाम तैयारियां कर ली थी। यदि बांध में अचानक से कोई बड़ी समस्या आती है तो गांव वालों को सुरक्षित करने का प्लान तैयार किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि यह सामान्य रिसाव है। इसे जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए बड़े स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें प्राथमिक रूप से सफलता भी मिल गई है।
फिलहाल कोई बहुत बड़ी चिंता की स्थिति नहीं है। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। कलेक्टर खुद बांध को देखने के लिए पहुंचे हैं। कारम नदी के आसपास कोठीदा गांव के साथ इमलीपुरा, दुगनी, डेहरिया, सिरसोदिया और हनुमंत्या बसे हुए हैं। इन गांवों में विशेष रूप से निगरानी रखी जा रही है। यदि किसी तरह की अप्रिय स्थिति बनती है तो उसे तुरंत निपटा जा सकता है। हालांकि बांध की लीकेज को रोकने के लिए बहुत व्यापक स्तर पर काम शुरू हो चुके हैं। बता दें कि पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे हैं।
इस बारे में बांध निर्माण संबंधी कार्य विभाग जल संसाधन के एसडीओ एसके सिद्दीकी ने बताया कि इसमें एक मामूली सा लीकेज हुआ। इसमें एक मोटर का पानी लगातार बह रहा है। यह बहुत बड़ा रिसाव नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे मिट्टी के बांध में बहुत नुकसान या फूटने की स्थिति नहीं है। इसलिए इसको भी हमने बड़े स्तर पर रोकने के लिए काम शुरू कर दिया है। इसमें हम मुरम डालने से लेकर जो पानी का रिसाव रोकना में लगे है। इसके लिए बहुत तेजी से काम कर रहे है। मशानी लगाई गई है। युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। बहुत जल्द ही इस पानी को रोकने में सफलता मिल जाएगी। कुछ हद तक हमें पानी को रोकने में सफलता मिल भी गई है। इस तरह से बांध के क्षेत्र में फिलहाल स्थिति है सभी लोगों को सुरक्षित रखा जा सके