तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव लगातार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। केसीआर की अपनी इस मुहिम में आम आदमी पार्टी के साथ ही समाजवादी पार्टी और वामदलों का साथ मिला है।
केसीआर ने खम्मम में अपनी पार्टी बीआरएस की मेगा रैली आयोजित की है। इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ही पंजाब के सीएम भगवंत मान, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और भाकपा महासचिव डी राजा पहुंचे हैं।
इस जनसभा को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। बीते दिनों तेलंगाना राष्ट्र समिति के अपना नाम बदलकर बीआरएस (भारतीय राष्ट्र समिति) कर दिया था। नाम बदलने के बाद यह पहली जनसभा है।
अभी यह साफ नहीं है कि 2024 के आम चुनावों से पहले विपक्ष को एकजुट करने की केसीआर की इस कोशिश में कांग्रेस और टीएमसी समेत अन्य दलों का साथ है या नहीं। केसीआर बीते दिनों बिहार भी आए थे और नीतीश कुमार से मिले थे।
बिहार के किसी राजनीतिक दल के यहां न होना भी सवालों के घेरे में है। भाजपा का कहना है कि विपक्ष में हर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है। यही कारण है कि विपक्ष एक जुट नहीं हो पा रहा है।
एक तरफ कांग्रेस है, जहां राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। वहीं भाजपा और नरेंद्र मोदी को हराने के लिए ममता बनर्जी की पार्टी भी एकजुटता पर जोर दे रही है, लेकिन कांग्रेस से उसकी सोच मिलती नहीं दिख रही है।