आर्थिक तरक्की के लिए छोटे उद्योगों को तकनीकी रूप से समृद्ध बनाना जरूरी

आर्थिक तरक्की के लिए छोटे उद्योगों को तकनीकी रूप से समृद्ध बनाना जरूरी

नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नेसकॉम) के सीनियर डायरेक्टर और सेंटर हेड अमित सलूजा शुक्रवार को इंदौर में थे। नेसकॉम देश में मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर को अपग्रेड करने को लेकर केंद्र सरकार के साथ डिजिटल इंडिया मिशन के तहत अभियान चला रहा है। सलूजा ने कहा कि देश की तरक्की के लिए एमएसएमई को तकनीक से कदमताल करना जरूरी है।

सलूजा ने कहा कि बड़े उद्योग अपनी जरूरतों के मुताबिक नई तकनीकों को अपना लेते हैं लेकिन एमएसएमई इसमें अभी पीछे है। पांच ट्रिलियन इकोनॉमी का रास्ता मैन्यूफेक्चरिंग क्षेत्र से होकर ही मंजिल तक पहुंता है। नेसकॉम एमएसएमई को अपग्रेड करने सहित टेक्नॉलीज से जुड़े स्टार्टअप को उनसे जोड़ने का काम कर रहा है। दोनों के बीच सेतु की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। पिछले डेढ़ साल में गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा की 350 से अधिक छोटे उद्योगों को अवेयर और अपग्रेड किया गया है।

उन्होंने कहा कि छोटे उद्योगों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउडिंग, एनालिटिक्स, मशीनरी अग्रेडेशन, मैनपॉवर को स्कील्ड करने सहित, प्रोडक्ट कॉस्ट कम करने सहित अन्य बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। नेसकॉम सीओई का स्टार्टअप एक्सेलरेशन प्रोग्राम भी शुरू किया गया है। इसे ग्रो-एक्स नाम दिया गया है। देशभर के कई ऐसे स्टार्टअप को आकर्षित करता है जो कि अपने तरक्की सफर में सहयोग चाहते हैं।

अब तक 500 से ज्यादा स्टार्टअप अलग-अलग रूप से नेसकॉम सीओई से जुड़ चुके हैं और उनमें से 70 से ज्यादा ने ग्रो-एक्स प्रोग्राम से जुड़कर इससे मिलने वाले बेहतर मार्केट एक्सेस, फंडिंग सपोर्ट, मेंटरिंग और कौशल विकास का फायदा उठाया है।

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