अदाणी मामले पर विपक्ष का संसद के भीतर-बाहर विरोध प्रदर्शन
अदाणी समूह पर लगे हेरफेर के आरोपों पर विपक्षी दलों ने संसद के बाहर ही नहीं भीतर भी विरोध प्रदर्शन किया और दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार तीसरे दिन अदाणी विवाद की भेंट चढ़ गई। कांग्रेस ने सोमवार को अदाणी समूह को कर्ज देने वाले LIC और SBI के कार्यालयों के सामने देशभर में विरोध प्रदर्शन कर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की। अब मंगलवार को राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत से गतिरोध टूटने की पुख्ता संभावना है। तृणमूल कांग्रेस इससे असहमत दिखी और राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओब्रायन ने धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का समर्थन किया। संसद के गतिरोध में विपक्षी एकजुटता न दरक जाए कांग्रेस के रणनीतिकारों ने भी संकेत दिया है कि धन्यवाद प्रस्ताव पर मंगलवार को चर्चा की शुरुआत से गतिरोध टूट सकता है। विपक्षी दल अदाणी समूह पर लगे हेरफेर के आरोपों को इसमें उठाएंगे। विपक्षी नेताओं का यह भी कहना है कि चूंकि धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देना है, तो अदाणी विवाद से जुड़े सवालों का भी उनसे जवाब मांगा जाएगा।राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्यों के अदाणी विवाद पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के सभी नोटिस सभापति जगदीप धनखड़ ने नामंजूर कर दिए, तो विपक्षी सांसद नारेबाजी करने लगे। इस पर सदन पूरे दिन के लिए स्थगित हो गया। राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन के दौरान कहा कि जेपीसी या सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की निगरानी में जांच से ही एलआइसी और एसबीआइ का अदाणी समूह में जबरन निवेश कराए जाने का सच सामने आएगा।