RBI की मौद्रिक नीति की बैठक पर बुधवार को होगा फैसला
महंगाई की मार झेल रही जनता के सामने एक और झटका लग सकता है। यदि आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ा दिया तो जेब पर भार बढ़ना तय है। लेकिन ऐसा होगा या नहीं, यह बुधवार को पता चलेगा। इसके साथ यह भी तय हो जाएगा कि लोन महंगे होंगे या सस्ते। सोमवार को आरबीआइ की मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक शुरू हो गई। RBI बुधवार को रेपो रेट पर फैसला लेगा। SBI का अनुमान है कि महंगाई में नरमी के रुख को देखते हुए आरबीआइ रेपो रेट में अब और बढ़ोतरी नहीं करेगा। लेकिन कई विशेषज्ञ रेपो रेट में 25 आधार अंक की बढ़ोतरी का अनुमान लगा रहे हैं। गत दिसंबर में रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद अभी रेपो रेट 6.25 प्रतिशत है। सोमवार को एसबीआइ की तरफ से जारी रिपोर्ट में रेपो रेट के स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है। नए वित्त वर्ष के पहले महीने अप्रैल में 4.2 प्रतिशत तक खुदरा महंगाई दर पहुंच सकती है।
SBI का अनुमान है कि अमेरिकी फेडरल बैंक की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी का खास असर भारतीय महंगाई व विकास पर नहीं होगा। SBI का मानना है कि रेपो रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं होने पर बाजार पर सकारात्मक प्रभाव होगा और इससे पूंजीगत प्रवाह भी बना रहेगा। कई विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अभी वैश्विक चुनौतियां मौजूद हैं और इससे वैश्विक स्तर पर महंगाई रहेगी और इसका असर भारत में भी दिख सकता है। इसलिए बुधवार को आरबीआइ की तरफ से चालू वित्त वर्ष के लिए आखिरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंक की बढ़ोतरी की जा सकती है।