18 उम्र से ज्यादा को ही दिया जाएगा डिजिटल सर्टिफिकेट एवं कोड
एजेंसी /पैरिस
फ्रांस में पॉर्न पासपोर्ट जारी करने की तैयारी है। एडल्ट वेबसाइट देखने के लिए यह पासपोर्ट जरूरी होगा। इस तरह का पासपोर्ट जारी करने वाला फ्रांस दुनिया का पहला देश है। इसका उद्देश्य बच्चों को अश्लील दृश्य देखने से बचाना है। फ्रांस के डिजिटल मिनिस्टर जीन नोएल बैरोट के द्वारा बनाई गई यह योजना सितंबर माह से लागू हो जाएगी।
नए प्रस्ताव के अनुसार, ऐसे लोग जो खुलेपन वाले दृश्यों को देखना चाहते हैं. उन्हें सरकार का फोन एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा। इसके जरिए उन्हें एक डिजिटल सर्टिफिकेट एवं कोड दिया जाएगा। बैरोट ने बताया कि पॉर्न वेबसाइट देखने के लिए कोड की जरूरत होगी। यह व्यवस्था कुछ वैसी ही होगी जैसी कि ऑनलाइन खरीदी के वक्त बैंक से पैसा ट्रांसफर करने के लिए अपनाई जाती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 एक ऐसा वर्ष साबित होने जा रहा है, जो हमारे बच्चों की पौनोग्राफी साइट तक पहुंच को खत्म कर देगी। उन्होंने कहा कि ऐसी वेबसाइट्स पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है, जो कि उम्र सत्यापन के इन नियमों का पालन नहीं करेंगे।
निजता व तकनीकी चिंताओं के कारण रुक गए थे प्रयास
फ्रांस में पहले भी इस तरह के प्रयास किए गए थे, लेकिन निजता, तकनीकी चिताओं के कारण ये सुधार रुक गए थे। वर्तमान नियमों के मुताबिक लोगों को ऐसी सामग्रिया देखने के पहले सिर्फ एक बटन दबाकर इस बात की पुष्टि करनी होती है कि उनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है, लेकिन इस बात की जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों ने पिछले साल हुए चुनावों के दौरान अश्लील सामग्रियों से बच्चों की सुरक्षा के वादे “प्राथमिकता वाली अवैध सामग्री के को अपनी प्राथमिकता में रखा था। रूप में शामिल किया जाएगा।