ब्रिटेन के राजा किंग चार्ल्स III की हुई ताजपोशी
शनिवार को किंग चार्ल्स III का ऐतिहासिक और भव्य राज्याभिषेक हुआ। लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में एक धार्मिक समारोह में उन्हें यूनाइटेड किंगडम के राजा का ताज पहनाया गया। किंग चार्ल्स का 74 साल की उम्र में राज्याभिषेक हुआ है। समारोह में किंग चार्ल्स तृतीय (74 साल) की पत्नी कैमिला भी आधिकारिक रूप से ‘क्वीन कंसोर्ट’ से ‘क्वीन’ बन गई। ताजपोशी की ये परंपरा लगभग एक हजार साल पुरानी है और ब्रिटिश शाही परिवार में 70 साल बाद हुई है। इससे पहले 1953 में क्वीन एलिजाबेथ की ताजपोशी हुई थी। लोगों में इसे लेकर काफी उत्साह देखा गया। जिस रास्ते से ब्रिटिश किंग का काफिला गुजरा, वहां हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।
शामिल हुए हजारों मेहमान
राज्याभिषेक में शामिल होने के लिए देश-विदेश के 2 हजार से अधिक मेहमानों को बुलाया गया है। भारत की ओर से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी अपनी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ के साथ लंदन पहुंचे हुए हैं। यहां आने पर उपराष्ट्रपति का बकिंघम पैलेस में आयोजित एक समारोह में स्वागत किया गया। इसके साथ ही उन्होंने लंदन में होने वाले राज्याभिषेक समारोह से पहले किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात भी की।
ताजपोशी की भव्य परंपरा
लंदन का वेस्टमिंस्टर एबे, 1066 में विलियम द कॉन्करर के बाद से हर ब्रिटिश शासक के राज्याभिषेक का स्थान रहा है। किंग चार्ल्स III और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला ने इस भव्य परंपरा का निर्वहन किया। उन्हें जो ताज पहनाया गया, वो 17वीं सदी का सेंट एडवर्ड क्राउन है, जो सॉलिड गोल्ड से बना हुआ है। लगभग ढाई किलो वजन का ये मुकुट सिर्फ राज्याभिषेक के दौरान पहना जाता है। ये प्रतीकात्मक होता है और ताजपोशी के बाद इसे सहेजकर रख दिया जाता है।