मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेशवासियों के जीवन को बेहतर बनाना ही मेरी जिंदगी का मकसद है। समरस पंचायतों ने निर्विरोध पंच और सरपंच निर्वाचित कर श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है। ये पंचायतें अद्भुत हैं, इन पंचायतों में आने वाले गाँव समरस ही रहे। किसी भी गाँव का कोई मामला थाने नहीं जाए, हम आपस में ही विवादों का निराकरण कर लें। पंचायतें सामाजिक समरसता के साथ स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी उदाहरण प्रस्तुत करें। मुख्यमंत्री चौहान मुख्यमंत्री निवास में हुए समरस पंचायत सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। बुधनी क्षेत्र की समरस पंचायतों को पुरस्कार के चेक प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत पुरस्कार योजना एवं मुख्यमंत्री जन आवास योजना के 7 करोड़ 39 लाख रूपए सिंगल क्लिक से अंतरित किए। मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन तथा दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। सांसद रमाकांत भार्गव, श्रीमती साधना सिंह और कार्तिकेय चौहान शामिल हुए।
बहन-बेटियों की पढ़ाई और महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समरस पंचायतों के लिये व्यवस्था की गई थी कि जिन पंचायतों में पंच-सरपंच निर्विरोध चुने जाएंगे वहाँ विकास और जन-कल्याण के लिए पुरस्कार स्वरूप अतिरिक्त राशि प्रदान की जाएगी। ऐसी पंचायतों में जो गरीब बिना आवास के रह रहे हैं उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास भी स्वीकृत किए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहनों की जिंदगी बदलने में मैंने अपनी जिंदगी लगा दी है। बेटा-बेटी में होते भेद को देख कर मेरे मन में पीड़ा और वेदना रहती थी। समाज बेटियों को बोझ नहीं वरदान समझे, इसके लिए मैंने सार्वजनिक जीवन में आते ही प्रयास शुरू किए। सामूहिक विवाह से शुरू हुए इन प्रयासों में मुख्यमंत्री बनने के बाद लाड़ली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्या विवाह जैसे कई योजनाएँ लागू की गई। बहन-बेटियों की पढ़ाई और महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए गए। नगरीय निकायों और पंचायतों में महिला आरक्षण हो या अचल सम्पत्ति की रजिस्ट्री में महिलाओं को दी जा रही छूट का प्रावधान हो, राज्य शासन महिलाओं के कल्याण और उन्हें बराबरी का हक दिलवाने के लिए अनेक गतिविधियाँ संचालित कर रहा है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना भी इसी दिशा में एक अहम कदम है।
पुरस्कृत हुई समरस पंचायतें
मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत पुरस्कार योजना में समरस पंचायतों को पुरस्कार राशि के चेक प्रदान किए। सीहोर जिले की मढ़ावन, ससली, लावापानी, मोगराखेड़ा ग्राम पंचायतों को 15-15 लाख, बायां, बरखेड़ा, सियागहन, आमडोह, कुसुमखेड़ा ग्राम पंचायत को 12-12 लाख, तिलाड़िया, जैत, चीकली, खेरी सिलगेना, बनेटा, पीलीकलार, तालपुरा, बड़नगर, रिछाड़ियाकदीम, गिल्लौर और कोसमी को 7-7 लाख तथा ऊँचाखेड़ा, इटावाकलां, चोरसाखेड़ी, हाथीघाट, खातियाखेड़ी, पिपलानी, सीलकंठ, छापरी और बोरखेड़ी को 5-5 लाख रूपए राशि के चेक प्रदानकिए गए। पिपलानी ग्राम पंचायत में सभी महिला पंच-सरपंच निर्वाचित होने पर 15 लाख रूपए का चेक प्रदानकिया गया। मुख्यमंत्री जन आवास योजना के हितग्राहियों को भी प्रतीक स्वरूप चेक प्रदान किए।