भोपाल, सौरभ राजवैद्य से सलीम बने देश विरोधी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) (HUT) के कर्ताधर्ता की पत्नी मानसी अग्रवाल (अब रियाला सलीम) मुस्लिम मत अपनाने के पहले ही बुर्का पहनना शुरू कर चुकी थी। सौरभ के पिता अशोक राजवैद्य ने जब यह देखा तो उन्होंने सौरभ और उसकी पत्नी को घर से निकालने का निर्णय लिया। अंतिम बार पिछले वर्ष अगस्त में वह पत्नी के साथ माता-पिता से मिलने पहुंचा था, पर मतांतरण को लेकर कोई बात नहीं हुई। सलीम के दो बेटे हैं।
मीडिया से बातचीत में अशोक राजवैद्य ने कहा कि सौरभ का कमरा इस्लामिक साहित्य से पटा रहता था। साहित्य अंग्रेजी या उर्दू में थे। वह एक वर्ष में लगभग एक बार घर आ जाता था। डेढ़ से दो वर्ष पहले मतांतरण के संबंध में उससे बहस हुई थी। इसके बाद नाराजगी के चलते उसने घर आना बंद कर दिया था।
पिछले वर्ष सौरभ को फोन कर पुरानी बातों पर खेद जताया। इसके बाद वह घर आने के लिए तैयार हुआ। इसी कारण घर आने पर उससे मत परिवर्तन के बारे में कोई बात नहीं की। मीडिया से बातचीत में सौरभ उर्फ सलीम की पत्नी रियाला सलीम कहती हैं कि एक दिन वह सोकर उठी तो सौरभ नमाज पढ़ रहे थे। मैंने ससुर को यह जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि खामोश रहो, कुछ करते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे मुझे अपने पति की बातें सही लगने लगीं।
कोर्ट में पेश किए जाएंगे सभी 16 आरोपित
आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) द्वारा नौ मई को भोपाल, छिंदवाड़ा और हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए सलीम समेत एचयूटी के सभी 16 सदस्य 19 मई तक एटीएस के रिमांड पर हैं। उन्हें शुक्रवार को फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। एटीएस ने आगे रिमांड की मांग न्यायालय से नहीं की तो इन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जाएगा।