हमारे आसपास कई बार इसी चर्चा होती हैं, जो आधुनिक विज्ञान पर खरीं न उतरे पर सुनने वालों को चकित करती है ऐसी कुछ जानकारी वास्तु शास्त्र के नियमों से जुड़ी होती हैं। कहते है जानकारी नहीं होने कारण लोग वास्तु दोष का शिकार हो जाते हैं। इस कारण न चाहते हुए भी जीवन में नकारात्मक परिणामों को झेलना पड़ता है। इनमें से एक बाथरूम के वास्तु नियम है। वास्तु शास्त्र में बाथरूम के कुछ नियमों के बारे में बताया गया है।
– हर चीज सही स्थान पर हो
वास्तु शास्त्र में सकारात्मत प्रभावों के लिए हर चीज का उचित दिशा और सही जगह पर रखना जरूरी है। इसमें बाथरूम भी शामिल है। वास्तु के अनुसार बाथरूम में हर चीज सही से रखी होनी चाहिए। इसमें बाल्टी भी शामिल है। खाली बाल्टी आर्थिक संकट का कारण बनती है।
– खाली बाल्टी लाती है आर्थिक संकट
वास्तु शास्त्र के अनुसार नहाने के बाद बाथरूम में बाल्टी को खाली नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है। वास्तु के अनुसार यदि आप बाथरूम में खाली बाल्टी रखते हैं, तो ये आर्थिक संकट का कारण बनता है। पैसों की आमदन बंद होने लगती है। इसलिए नहाने के बाद बाल्टी में थोड़ा पानी रहने दें।
इस रंग की बाल्टी का करें उपयोग
वास्तु जानकरों के अनुसार बाथरूम में नीले रंग की बाल्टी का प्रयोग करना चाहिए। नीला रंग शनि और राहु के अशुभ प्रभावों को कम करता है। वहीं बाथरूम में नीले रंग की टाइल्स लगवाना भी शुभ माना गया है।
बाथरूम में इन बातों का रखें ध्यान
– खुला न रखे बाथरूम का दरवाजा
दिन में जितनी भी बार बाथरूम का प्रयोग करें, ध्यान रखे की उसका दरवाजा खुला न छूटे। बाथरूम का दरवाजा खुला रहना अच्छा नहीं माना जाता। अगर बेडरूम में भी बाथरूम है तो उसके दरवाजे पर पर्दा लगाना चाहिए। बाथरूम और बैडरूम में अलग-अलग तरह की ऊर्जाए होती है, जिनका संपर्क में आना अच्छा नहीं होता। ऐसा होने से घर के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
– पानी के दुरुपयोग से बचें
घर में हो रहा पानी का दुरुपयोग भी कई तरह के वास्तु दोषों का कारण हो सकता है। जो कई तरह की धन और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां ला सकता है। इसलिए, खासतौर पर इस बात का ध्यान रखें कि घर में किसी भी तरह से पानी का दुरुपयोग न हो। ध्यान रखें पानी की टंकी में दरारें न पड़ें, समय-समय पर टंकी की मरम्मत करवाते रहें। नियमित रूप से टंकी और बाथरूम की सफाई भी करते रहें। ऐसा करने से कई परेशानियों से बचा जा सकता है।
– किस दिशा में हो बाथरूम में लगा आईना
यदि आपके बाथरूम में आईना लगा हुआ है तो इस बात का ध्यान रखें कि वह दरवाजे के ठीक सामने न हो। वास्तु के अनुसार जब-जब बाथरूम का दरवाजा खुलता है, तब-तब घर की नेगेटिव एनर्जी बाथरूम में प्रवेश करती है। ऐसे में अगर दरवाजे के ठीक सामने कांच होगा तो उससे टकराकर नेगेटिव एनर्जी फिर से घर में आ जाएगी।
– बाथरूम को रखें हमेशा साफ
गंदगी घर के किसी भी हिस्से में हो, वह गलत ही मानी जाती है। वास्तु के अनुसार, घर में और खासतौर पर किचन और बाथरूम का हर समय साफ होना बहुत जरूरी होता है। इन ही दो जगहों से पूरे घर में पॉजिटिव या नेगेटिव एनर्जी फैलती है। इसलिए, बाथरूम को घर समय साफ और व्यवस्थित रखें। ध्यान रखें बाथरूम में रखे सामान भी इधर-उधर फेंकने की बजाय ठीक तरह से निश्चित जगह पर ही रखे हो।
– न टपके नल से पानी
यदि किसी व्यक्ति के घर में बाथरूम का नल या किसी अन्य जगह का नल लगातार टपकते रहता है तो यह बहुत बड़ा वास्तु दोष माना जाता है। टपकते नल घर में फालतू खर्च को बढ़ाते हैं। जिन घरों के नल लगातार टपकते रहते हैं, वहां पर धन कभी नहीं टिकता। ऐसे घर में हमेशा ही पैसों की कमी बनी रहती है। आर्थिक नुकसानों से बचने के लिए विशेष तौर पर इस बात का ध्यान रखें।
वैधानिक चेतावनी
जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। स्पष्ट और सटीक जानकारी के लिए स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक वास्तु विशेषज्ञ से संपर्क करें, अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’