भाजपा के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने ‘इंडिया’ शब्द को हटाकर ‘भारत’ शब्द के इस्तेमाल की मांग की थी।
गुलामी की मानसिकता और इससे जुड़ी हुई सभी चीजों से बदलने का काम लगातार मोदी सरकार कर रही है। इसी कड़ी में अब केंद्र सरकार संविधान से ‘इंडिया’ शब्द भी हटाने की योजना बना रही है। गौरतलब है कि विपक्ष ने भी अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ ही रखा है। आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन सूत्रों का दावा है कि इससे जुड़े प्रस्ताव की तैयारियां चल रही है।
हाल ही में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सदियों से हमारे देश का नाम भारत रहा है। उन्होंने लोगों से इंडिया की जगह ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल करने की अपील भी की थी।
संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से
केंद्र सरकार ने 5 दिन के लिए 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। हालांकि अभी तक इस सत्र के एजेंडे के बार में विशेष जानकारी सामने नहीं आई है। ऐसी भी संभावना है कि विशेष सत्र में चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 मिशन सहित हाल ही में हासिल की गई सफलताओं पर भी चर्चा हो सकती है।
भाजपा सांसद ने भी की थी मांग
गौरतलब है कि संसद के मॉनसून सत्र के दौरान भी भाजपा के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने ‘इंडिया’ शब्द को हटाकर ‘भारत’ शब्द के इस्तेमाल की मांग की थी। नरेश बंसल ने कहा था कि ‘इंडिया’ शब्द गुलामी और औपनिवेशिक दासता का प्रतीक है। वहीं पीएम मोदी ने 25 जुलाई को भाजपा संसदीय दल की बैठक में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर निशाना साधते हुए कहा था कि ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन नेशनल कांग्रेस का गठन अंग्रेजों ने किया था।