दिल्ली। गणेश चतुर्थी के अवसर पर मंगलवार से संसद के नए भवन में कामकाज शुरू हो गया। पहले पुराने संसद भवन में फोटो सेशन हुआ, फिर सभी सांसद पुराने सेंट्रल हॉल में जुटे। वहां संबोधन हुआ। फिर सभी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में नए संसद भवन में प्रवेश किया। इस दौरान कई सांसदों ने माथा टेककर प्रवेश किया। इसके बाद नए संदव भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई।
संसद के नए भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला संबोधन
पीएम मोदी ने नए संसद भवन के अपने पहले भाषण में महिला आरक्षण पर बड़ा बयान दिया। पीएम मोदी ने स्पष्ट संकेत दिए कि उनकी सरकार महिला आरक्षण बिल लाने जा रही है। उन्होंने इसे नारी शक्ति वंदन अधिनियम (Nari Shakti Vandan) नाम दिया।
पीएम मोदी ने कहा, लोकतंत्र में राजनीति, नीति और शक्ति का इस्तेमाल समाज में प्रभावी बदलाव का एक बहुत बड़ा माध्यम होता है। इसलिए Space हो या Sports हो, स्टार्टअप्स हो या SHG हो, हर क्षेत्र में दुनिया भारतीय महिलाओं की ताकत देख रही है।
पीएम मोदी ने कहा, आज जब हम एक नई शुरुआत कर रहे हैं, तब हमें अतीत की हर कड़वाहट को भुलाकर आगे बढ़ना है। हम यहां से हमारे आचरण, वाणी और संकल्पों से जो भी करेंगे, वो देश के लिए, हर नागरिक के लिए प्रेरणा का कारण बनना चाहिए। हम सबको इस दायित्व को निभाने के लिए भरसक प्रयास भी करना चाहिए।
सेंट्रल हॉल में पीएम मोदी ने कहा, आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर, नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं। आज हम यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराने, संकल्पबद्ध होने और उसको परिपूर्ण करने के लिए जी-जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं। ये भवन और उसमें भी ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है, ये हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्तव्यों के लिए प्रेरित भी करता है।
पीएम मोदी ने कहा, आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर, नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं। आज हम यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराना फिर एक बार संकल्पबद्ध होना और उसको परिपूर्ण करने के लिए जी-जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं।
भाजपा सांसद मेनका गांधी ने कहा, ‘आज एक ऐतिहासिक दिन है और मुझे इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा होने पर गर्व है। हम एक नई इमारत में जा रहे हैं और उम्मीद है कि यह भव्य इमारत नई आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करेगी। मुझे लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद के रूप में इस सम्मानित सभा को संबोधित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मैंने अपना अधिकांश जीवन इस संस्थान में बिताया है और मैंने 7 प्रधानमंत्रियों और उनकी सरकारों को देखा है। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में मैं भाजपा में शामिल हुई थीं। तब से मैं भाजपा और इस सदन की गौरवान्वित सदस्य हूं। मैंने यहां बिताए हर मिनट का अधिकतम लाभ उठाने की कोशिश की है।’