प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को उत्तराखंड का दौरा करेंगे और वहां दर्शन-पूजन तथा कुछ अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा 4,200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े आठ बजे पिथौरागढ़ जिले के जोलिंगकोंग पहुंचेंगे, जहां वह पार्वती कुंड में पूजा और दर्शन करेंगे और वहां पवित्र आदि-कैलाश की पूजा करेंगे।
प्रधानमंत्री साढ़े नौ बजे पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांव पहुंचेंगे, जहां वह स्थानीय लोगों से बातचीत करेंगे और स्थानीय कला और उत्पादों पर प्रकाश डालने वाली एक प्रदर्शनी देखेंगे। वह सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मियों के साथ भी बातचीत करेंगे। दोपहर करीब 12 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अल्मोड़ा जिले में 6200 फीट की ऊंचाई पर स्थित जागेश्वर पहुंचेंगे, जहां वह जागेश्वर धाम में पूजा और दर्शन करेंगे। जागेश्वर धाम में लगभग 224 मंदिर शामिल हैं। वहां से प्रधानमंत्री दोपहर करीब 2:30 बजे पिथौरागढ़ पहुंचेंगे, जहां वह ग्रामीण विकास, सड़क, बिजली, सिंचाई, पेयजल जैसे क्षेत्रों में लगभग 4200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, राष्ट्र को समर्पित और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया जाना है उनमें ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित 76 ग्रामीण सड़कें और 25 पुल ; 9 जिलों में बीडीओ कार्यालयों के 15 भवन; केंद्रीय सड़क निधि के तहत निर्मित तीन सड़कें ; अल्मोडा पेटशाल – पनुवानौला – दन्या (एनएच 309बी) और टनकपुर – चल्थी (एनएच 125) पर दो सड़कों का उन्नयन; पेयजल की तीन परियोजनाएं , 132 केवी पिथौरागढ-लोहाघाट (चंपावत) पावर ट्रांसमिशन लाइन; उत्तराखंड में 39 पुल और देहरादून में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की इमारत विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित उत्तराखंड आपदा रिकवरी परियोजना शामिल है।
इनके अलावा प्रधानमंत्री द्वारा इस दौरे में शिलान्यास की जाने वाली योजनाओं में 21,398 पॉली-हाउस के निर्माण की योजना , सघन सेब के बगीचों की खेती के लिए एक योजना; एनएच सड़क उन्नयन के लिए पांच परियोजनाएं; राज्य में आपदा प्रबंधन की तैयारियों और मजबूती के लिए पुलों का निर्माण, देहरादून में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का उन्नयन, बलियानाला, नैनीताल में भूस्खलन की रोकथाम के लिए कदम और आग, स्वास्थ्य और वन से संबंधित अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार; राज्य भर के 20 मॉडल डिग्री कॉलेजों में छात्रावास और कंप्यूटर लैब का विकास; सोमेश्वर, अल्मोडा में 100 बिस्तरों वाला उप जिला अस्पताल; चंपावत में 50 बिस्तरों वाला अस्पताल ब्लॉक; हल्दवानी स्टेडियम, नैनीताल में एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड; रुद्रपुर में वेलोड्रोम स्टेडियम; जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा), हाट कालिका (पिथौरागढ़) और नैना देवी (नैनीताल) मंदिरों सहित मंदिरों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना; हलद्वानी में पेयजल की व्यवस्था हेतु परियोजनाएँ और सितारगंज, उधम सिंह नगर में 33/11 केवी उपकेंद्र का निर्माण का कार्य शामिल है।