ये महज इत्तफाक नहीं हो सकता है कि 5 सालों में भूपेंद्र सिंह और जयवर्धन दोनों ही नगरीय प्रशासन मंत्री रहे और दोनों की संपत्ति बेतहाशा बढ़ी: रानी अग्रवाल

cannot be a mere coincidence

 

भोपाल, 29 अक्टूबर | मध्य प्रदेश में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह और पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह की संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी होने को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 2018 के चुनाव में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपनी संपत्ति 46 करोड़ रुपये घोषित की थी और 5 सालों में उनकी संपत्ति 91 करोड़ से ज्यादा हो गई। वहीं जयवर्धन सिंह की 2018 में 26 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति घोषित की थी लेकिन अब उनकी संपत्ति 62 करोड़ है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही नेता बताएं कि आखिर उनकी संपत्ति में इतनी बढ़ोतरी कैसे हो गई।

आप की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि ये महज इत्तफाक नहीं हो सकता है कि दो नेताओं की संपत्ति में बेहताशा बढ़ोतरी हुई है और दोनों ही नगरीय प्रशासन विभाग के मंत्री रहे। दोनों की संपत्ति की बढ़ोतरी साबित करती है कि उनके लिए विभाग का नाम नगरीय प्रशासन नहीं बल्कि नगदी प्रशासन विभाग रहा है। विभाग में रहते हुए लक्ष्मी उन पर मेहरबान रही।

रानी अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में गजब हाल है। आम आदमी गरीब पर गरीब और कर्जदार होता जा रहा है जबकि जनप्रतिनिधि, विधायक और मंत्रियों की संपत्ति में लगातार कई गुना इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों, विधायकों को संपत्ति दोगुनी और कई गुनी करने का मंत्र आम जनता को भी दे देना चाहिए जिससे आम जनता भी संपन्न और धनाढ्य बन सके।

आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस ने जनता के पैसों की लूट की है। प्रदेश के विकास के कोई काम नहीं हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा के विकास के दावे खोखले हैं। भाजपा सरकार में केवल मंत्रियों, विधायकों और उनके नेताओं का विकास हुआ है। प्रदेश में आम जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है। 20 सालों में भाजपा सरकार प्रदेश के लोगों को सड़क, बिजली, पानी और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दे पाई। सरकार में आने के बाद 20 सालों में भाजपा नेताओं की संपत्ति जरूर बढ़ गई।

रानी अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता सब समझती है। नगरीय प्रशासन विभाग के मंत्री और पूर्व मंत्री दोनों से जवाब चाहती है कि आखिर बताएं कि नगरीय प्रशासन विभाग में ऐसा क्या है कि उस विभाग की कमान मिलने के बाद दोनों की संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि हुई है। मध्य प्रदेश की जनता सब जानती है और 17 नवंबर को होने वाले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को जवाब देने वाली है।

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