कोलार में एक आरटीओ एजेंट की जहर खाने से मौत हो गई। एजेंट के शरीर में जहर कैसे पहुंचा, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। उसके पास से सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।
एसआई जोगेंद्र नेगी ने बताया कि नीलेश पटेल (38) मूलतः रीवा का रहने वाला था। वह यहां गौरव नगर कोलार में रहता था और आरटीओ कार्यालय में एजेंट था। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है। शुक्रवार दोपहर तीन बजे नीलेश की तबीयत बिगड़ती तो वह घर से निकलकर रोड पर पहुंचा। इस दौरान वहां खड़ी स्कूल बस के कंडक्टर को उसने बताया कि तबीयत बिगड़ रही है और उसे किसी अस्पताल पहुंचा दे। कंडक्टर ने तुरंत ऑटो को रोका और नीलेश को जेके अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल से सूचना मिलने के बाद परिजन पहुंचे। यहां नीलेश की मौत हो गई। डॉक्टरों ने मौत का कारण जहरीला पदार्थ खाना बताया था। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद लाश परिजन को सौंप दी, जिसे लेकर वह रीवा के लिए रवाना हो गए। प्रारंभिक पूछताछ में किसी प्रकार की परेशानी की बात सामने नहीं आई है। पुलिस का कहना है कि नीलेश के शरीर में जहर कैसे पहुंचा, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने और परिजनों के बयान के बाद ही हो पाएगा।