लखनऊ : शुक्रवार, जून 28, 2024/ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर यूपी-112 द्वितीय चरण के तहत उच्चीकृत पीआरवी को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही उन्होंने वातानुकूलित हेलमेट का वितरण भी किया। इस अवसर पर योगी ने कहा कि यह कार्यक्रम स्मार्ट पुलिसिंग की सात वर्ष की प्रक्रिया को नई ऊंचाई की ओर पहुंचाने का अभियान है। उन्होंने कहा कि कानून का राज सुशासन की पहली शर्त है। इसके लिए सुरक्षा और संरक्षा का बेहतर वातावरण होना चाहिए। सुरक्षा का वातावरण राज्य का दायित्व है। हमारी पुलिस इसका बखूबी निर्वहन करती है।
योगी ने कहा कि पिछले सात वर्ष में यूपी पुलिस ने देश के अंदर न केवल अपनी नई पहचान बनाई है, बल्कि यूपी को नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका भी। दो हजार सत्रह में यूपी, आबादी में देश का सबसे बड़ा राज्य और छठवीं अर्थव्यवस्था था। जैसे-जैसे प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ तो यूपी देश की दूसरी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा और अब तेजी के साथ देश की बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि समाज की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आधुनिकीकरण पर ध्यान नहीं देंगे तो पुलिस बल पिछड़ जाएगा। ऐसा होने से सबसे खतरनाक असर सामान्य नागरिकों की सुरक्षा पर पड़ेगा। जनता का विश्वास एक बार व्यवस्था से हटा तो उसे बहाल करने में लंबे समय तक कवायद करनी पड़ेगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश नेआधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के नए युग में प्रवेश किया है। यूपी ने यह उदाहरण प्रस्तुत किया है कि निवेश, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कैसी होनी चाहिए। प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव पारदर्शी प्रक्रिया से पुलिस बल में पुलिस भर्ती की तो समुचित प्रशिक्षण भी कराया। पुलिस बल के आधुनिकीकरण के अनेक प्रयास हुए हैं। पहली बार यूपी पुलिस बल के लिए फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का गठन किया गया है। जहां पाठ्यक्रम भी शुरू कर दिये गये हैं। कार्यक्रम में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।