जबलपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अपील का असर सामने आने लगा है। मरीजों की नब्ज टटोलने के बाद तमाम डाक्टर हिंदी भाषा में दवा का पर्चा लिख रहे हैं। बीमारी का ब्यौरा भी हिंदी में पर्चे पर लिखा जा रहा है। आरएक्स की जगह श्री हरि अथवा श्री लिख रहे हैं। रेडियोलाजी व पैथालाजी जांचों की सलाह के लिए हिंदी का उपयोग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने चिकित्सकों से हिंदी में दवा का पर्चा लिखने की अपील की थी। अपील में कहा गया था कि दवाएं लिखने से पूर्व आरएक्स की जगह श्री हरि लिखा जाए। अपनी मातृ भाषा हिंदी पर गर्व करते हुए शहर के कई चिकित्सक हिंदी में पर्चा लिखने लगे हैं। विक्टोरिया अस्पताल के सिविल सर्जन डा. राजकुमार चौधरी ने कहा कि उन्होंने भी चिकित्सकों से हिंदी में दवा का पर्चा लिखने की अपील की है। आरएक्स की जगह श्री हरि लिखने के लिए कहा है। हिंदी में दवा का पर्चा व श्री हरि लिखने की व्यवस्था अस्पताल में जल्द लागू हो जाएगी।
डा. कोठारी ने ऐसे लिखा पर्चा-
जिला अस्पताल विक्टोरिया के अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. नवीन कोठारी जिला कुष्ठ अधिकारी भी हैं। कुंडम से उपचार कराने पहुंचे 25 वर्षीय मरीज के पर्चे पर उन्होंने बीमारी के लक्षण हिंदी में लिखे। दाहिने हाथ में दर्द, कोहनी के नीचे सुन्नपन व संवेदनहीन दाग आदि लिखने के बाद उन्होंने कुष्ठ उन्मूलन में उपयोगी दवाओं का नाम हिंदी में लिखा। प्रतिमाह अस्पताल में जांच व दवा के लिए पहुंचने की सलाह तथा हाथ, पैर, आंखों के व्यायाम व देखभाल की सलाह भी उन्होंने हिंदी में लिखा। दवाएं लिखने के पूर्व आरएक्स की जगह उन्होंने श्री हरि लिखा। डा. कोठारी ने बताया कि हिंदी में दवाएं, लक्षण व जांच आदि लिखने से मरीज अपनी बीमारी व उपचार के बारे में ज्यादा जागरूक हो रहे हैं।