हुजूर विधानसभा से भी सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने का विरोध शुरू, ज्ञानचंदानी उतरे जैन समाज के समर्थन में

भोपाल, सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने का मुद्दा, देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे जैन धर्म के लोग, अब मध्यप्रदेश में कांग्रेस भी जैन समाज जे समर्थन में उतार रही, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्र लिखकर निर्माण पर रोक की मांग की है। यह विरोध झारखंड के गिरिडीह स्थित सम्मेद शिखरजी को लेकर है. धारखंड सरकार ने हाल ही में उस जगह को को पर्यटन स्थल बनाए जाने की अधिसूचना जारी की थी।

हुजूर विधानसभा में काँग्रेस के सक्रिय नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने बताया है की जैन समाज के सबसे बड़े पवित्र तीर्थ सम्मेद शिखर पर सरकार द्वारा पर्यटन स्थल बनाने का कांग्रेस पार्टी विरोध करती है, देशभर के जैन समाज के साथ अन्य समाज भी आक्रोशित है । जैन समाज की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है केंद्र और झाड़खंड सरकार को जैन समाज की भावनाओं की कद्र करना चाहिए । हमारे नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने भी वहां पर पर्यटन स्थल निर्माण का विरोध किया है और सरकार से मांग की है कि तीर्थस्थल की पवित्रता कायम रखी जाए और पर्यटन स्थल बनाने की योजना निरस्त की जाए।

नरेश ज्ञानचंदानी ने बताया की राज्यसभा सदस्य एवं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी जोरदार पक्ष रखते हुए सदन मे बताया कि 2018 के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवरदास की अनुशंसा पर केंद्र की मोदी सरकार ने 2 अगस्त 2019 को इस पवित्र तीर्थस्थल को पर्यटन सूची मे शामिल किया और जिससे वहां अनुचित गतिविधियां हो सकती हैं , जिसमें होटलों का निर्माण और वहां मांस मदिरा का भी सेवन हो सकता है जैन समाज की आस्था आहत हुई है , इसके लिए जैन समाज तीन साल से आंदोलन कर रहा है । हजारों जैन समाज के लोग अन्न त्याग चुके हैं ।

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