प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल में आयोजित जल पर प्रथम अखिल भारतीय वार्षिक राज्य मंत्रियों के सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि आज भारत जल सुरक्षा में अभूतपूर्ण काम कर रहा है और अभूतपूर्ण निवेश भी कर रहा है। जल संरक्षण के लिए राज्यों के प्रयास देश के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में बहुत सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि जियो मैपिंग और जियो सेंसिंग जैसी तकनीक जल संरक्षण के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कई राज्यों ने इसमें अच्छा काम किया है और कई राज्य इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जल संरक्षण के लिए केंद्र ने अटल भू-जल संरक्षण योजना की शुरुआत की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण के लिए जन भागीदारी की सोच को जनता के मन में जगाना है। हम इस दिशा में जितना ज़्यादा प्रयास करेंगे उतना ही अधिक प्रभाव पैदा होगा। देश हर जिले में 75 अमृत सरोवर बना रहा है और अब तक 25,000 अमृत सरोवर बन भी चुके हैं।
देश की जन समस्याओं को दूर करने के लिए राज्यों के जल मंत्री भोपाल में दो दिन मंथन करके रोडमैप तैयार करने जा रहे हैं। राज्यों के मंत्रियों का यह प्रथम अखिल भारतीय सम्मेलन कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में हो रहा है। इसमें वाटर विजन एट 2047 पर संवाद होगा। पानी बचाने से जुड़े हर पहलू पर चर्चा होगी। साथ ही जिन क्षेत्रों में पानी की खपत अधिक है उसे कम करने और संतुलन बैठाने के विषय पर भी चर्चा हो रही है। सुबह 10 बजे यह कार्यक्रम शुरू हुआ। सम्मेवलन में मुख्य्मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय जलशक्तिय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय जलशक्तिश राज्यनमंत्री प्रह्लाद पटेल, मध्यक प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के अलावा अनेक गणमान्यद लोग शामिल हैं।