दिल्ली, भारत और पाकिस्तान को दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ) चैंपियनशिप 2023 के ग्रुप-ए में नेपाल और कुवैत के साथ रखा गया है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बुधवार को इसकी घोषणा की।चैंपियनशिप के ड्रॉ समारोह में एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे, सैफ के महासचिव अनवारुल हक और एआईएफएफ के महासचिव डॉ शाजी प्रभाकरण उपस्थित रहे।इस टूर्नामेंट का आयोजन 21 जून से चार जुलाई के बीच बेंगलुरु में किया जायेगा। ग्रुप-बी में लेबनान, मालदीव, भूटान और बंगलादेश को रखा गया है। गत चैंपियन भारत ने 2021 में फाइनल में नेपाल को हराकर अपना आठवां सैफ खिताब जीता था।
दक्षिण एशिया में न होने के बावजूद कुवैत और लेबनान को ‘आयोजन को प्रतिस्पर्धी’ बनाने के लिये चैंपियनशिप में खेलने का मौका दिया गया है। फीफा द्वारा निलंबित होने के कारण श्रीलंका इस आयोजन में हिस्सा नहीं ले रहा, जबकि अफगानिस्तान सैफ ने हटकर केंद्रीय एशियाई फुटबॉल महासंघ में शामिल हो गया है।पाकिस्तान 2021 के बाद पहली बार इस आयोजन में हिस्सा ले रहा है। वह पिछले साल फीफा द्वारा निलंबित होने के कारण सैफ चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले सका था।ड्रा समारोह की शुरुआत में चौबे ने कहा, “मैं इस चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्र के बाहर से अधिक देशों को आमंत्रित करने के हमारे अनुरोध को स्वीकार करने के लिए दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ) का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे लगता है कि कुवैत और लेबनान को शामिल करने से चैंपियनशिप को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिलेगी और हमारी सिफारिश को ध्यान में रखने के लिए मैं सैफ का बहुत आभारी हूं।”एआईएफएफ के महासचिव डॉ. शाजी प्रभाकरन ने कहा, “सैफ चैंपियनशिप में लेबनान और कुवैत के शामिल होने से टूर्नामेंट प्रतिस्पर्धी होगा और एएफसी एशियाई कप के लिये हमारी तैयारियों में भी मदद मिलेगी। हमारे लिए सैफ चैंपियनशिप को दोबारा जीतना भी जरूरी है। हमें यकीन है कि हमारी टीम पिछले संस्करण की तुलना में बेहतर तैयार है और इस बार अच्छा प्रदर्शन करके चैंपियन भी बनेगी।”भारत सैफ चैंपियनशिप में अपने अभियान की शुरुआत 21 जून को पाकिस्तान के खिलाफ करेगा। इसके बाद उसका सामना नेपाल (24 जून) और कुवैत (27 जून) से होगा। चैंपियनशिप के फाइनल एक जुलाई को और फाइनल चार जुलाई को खेला जायेगा।